उत्तर प्रदेश समेत देश भर में इन दिनों कांवड यात्रा निकाली जा रही है। देश भर में कांवड यात्रा निकल रही है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश में जिला मजिस्ट्रेट ने आदेश भी जारी किए है। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश के मुताबिक कांवड़ यात्रा को देखते हुए गाजियाबाद के सभी स्कूल 29 जुलाई से 2 अगस्त तक बंद रहेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि 22 जुलाई को सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है। अब दो अगस्त को शिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में शिवभक्त गाजियाबाद सीमा के रास्ते हरिद्वार से ‘पवित्र जल’ लेकर राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों में जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि कांवड़ यात्रा को सुरक्षित संपन्न कराने के लिए छोटे और हल्के वाहनों पर भी पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।
कांवड़ यात्रा के संबंध में डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि गाजियाबाद जिले के स्कूलों में बच्चों और बसों की आवाजाही और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सभी प्राथमिक / उच्च प्राथमिक विद्यालय और सभी माध्यमिक विद्यालय (सीबीएसई / आईसीएसई आदि) 29 जुलाई से 2 अगस्त तक पूरी तरह से बंद रहेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि सभी स्कूलों को आदेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने रविवार को बताया कि मुरादनगर में एक कार द्वारा कुछ कांवड़ियों को कथित तौर पर टक्कर मारने के बाद, चालक की पिटाई करने और वाहन में तोड़फोड़ करने के बाद गाजियाबाद पुलिस ने जिले के कुछ इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है और यातायात पर और अधिक प्रतिबंध लगा दिए हैं।
एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि बाद में कांवड़ियों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के उस हिस्से को जाम कर दिया, जिस पर यह घटना हुई थी। उन्होंने हंगामा किया, जिसके परिणामस्वरूप यातायात जाम हो गया। गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि घटना के बाद संवेदनशील स्थिति को देखते हुए रावली रोड से सटे मुरादनगर कस्बे के गंगा नहर पुल पर प्रांतीय सशस्त्र पुलिस बल (पीएसी) की दो कंपनियां तैनात की गई हैं और जिले के अन्य इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मिश्रा ने यह भी कहा कि गाजियाबाद जिले में सभी स्कूल और संस्थान 29 जुलाई से 2 अगस्त तक बंद रहेंगे क्योंकि कांवड़ियों की आवाजाही बढ़ने की आशंका के कारण बसों और वाहनों की आवाजाही सड़कों पर नहीं होने दी जाएगी। कांवड़ यात्रा 2 अगस्त को सावन शिवरात्रि के साथ समाप्त होगी, जब कांवड़िये भगवान शिव को पवित्र जल चढ़ाकर जलाभिषेक करेंगे।