गुरुजनों को दो दशक से गृह ज़िले में स्थानान्तरण की आस 

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तृतीय श्रेणी शिक्षको के तबादले पर अभी तक कोई निर्णय नहीं,तबादला नीति भी ठंडे बस्ते में—
 85 हजार शिक्षको को* *गाइडलाइन का इंतजार–*
 साढ़े चार साल में राज्य सरकार द्वारा हुई कई बार घोषणा, लेकिन तृतीय श्रेणी शिक्षकों की नही हो रही मांग पूरी–
नया शिक्षा सत्र शुरू बीच सत्र में हुए तबादले तो विद्यार्थियों की पढ़ाई ओर पदों का समीकरण होगे प्रभावित
अलवर। राज्य के सबसे बड़े विभाग शिक्षा विभाग में राज्य सरकार द्वारा सभी संवर्गो के बंपर तबादले किए गए लेकिन तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की खुशियां लगातार आंदोलन के बाद भी राज्य सरकार द्वारा अनलॉक नहीं हो पा रही है। साढ़े चार साल में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की कई बार घोषणा हो चुकी। लेकिन सरकार की ओर से पॉलिसी के नाम पर तो कभी आचार संहिता के नाम पर तबादलों से सोशल डिस्टेंस बना लिया। पहले शिक्षकों को उम्मीद थी कि उनके तबादले ग्रीष्मकालीन अवकाश में होगे लेकिन सरकार कोई फैसला नहीं हो सकी। शिक्षा विभाग ने अगस्त 2021 में राज्य के तृतीय श्रेणी शिक्षकों से तबादले के लिए शाला दर्पण पर ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। इस दौरान राज्य के लगभग 85 हजार शिक्षकों ने तबादले के लिए ऑनलाइन आवेदन किए। लेकिन 22 माह का समय गुजर गया लेकिन अभी भी तृतीय श्रेणी शिक्षको की आस कब पूरी होगी कोई पता नहीं इस बीच राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग में तृतीय श्रेणी शिक्षको को छोड़कर सभी संवर्गो के बंपर तबादले किए है। नया शिक्षा सत्र एक जुलाई से शुरु हो चुका है व स्कूलों में नामांकन अभियान के साथ विद्यार्थियों की पढ़ाई शुरू हो गई है। ऐसे में अगर बीच सत्र में शिक्षकों की तबादला पप्रक्रिया शुरू हो गई तो विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित होगी। पिछली बार भी राज्य सरकार ने बीच शिक्षा सत्र में बंपर तबादले किए जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की स्कूलों का ढांचा पूरी तरह से खराब हो गया था।
इस बीच शिक्षकों को तबादला शुरू होने में संशय बना हुआ है। क्योंकि शिक्षा विभाग में नई तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया शुरू कर दी है। ऐसे में तबादलों की आस वाले शिक्षकों की चिन्ता यह है कि यदि तबादलों से पहले नए शिक्षकों को नियुक्ति मिलती है तो इनके तबादले का गणित पूरी तरह बिगड़ सकता है।
 *तबादला सूची की आस में बीते मई-जून अब जुलाई में संभावना….*
तृतीय श्रेणी शिक्षको को ग्रीष्मावकाश के दौरान राज्य सरकार द्वारा तबादले करने की पूरी उम्मीद थी। तबादलों के इंतजार में मई व जून महीना बीत गया। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर ने 21 बिन्दुओं को शामिल कर गाइड लाइन सरकार को भेजने के साथ ही अब फिर तबादलों की चर्चा शुरू हो गई है। सूत्रों की माने तो जुलाई महीने में सरकार की ओर से तृतीय श्रेणी शिक्षकों को राहत दी जा सकती है।
     *इन बिंदुओं पर तबादले की* *उम्मीद—*
तबादलों के लिए तैयार की गाइड लाइन में दिव्यांग, गंभीर बीमार, विधवा, परित्यक्ता, एकल महिला, भूतपूर्व सैनिकों की पत्नी आदि को प्राथमिकता देने का प्रावधान शामिल है।
पंचायती राज तथा प्रारंभिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा में शिक्षकों के जिला बदल और जिले में तबादलों के लिए सक्षम अधिकारी निर्धारित किए गए है।
अंतर जिला तबादलों के लिए पांच वर्ष जिले में ठहराव और टीएसपी तथा नॉन टीएसपी में तबादले अपने क्षेत्र में ही करने का प्रावधान रखा गया है।
महात्मा गांधी अंग्रेजी और हिंदी माध्यम स्कूलों से तबादलों को नियंत्रित करने का प्रावधान किया जा रहा है।
 *नए शिक्षकों की नियुक्ति से पहले नही हुए तबादले तो रिक्त पदों का संकट…*
शिक्षा विभाग में तृतीय श्रेणी शिक्षक लेवल वन व टू की नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। विभाग द्वारा जल्द ही नियुक्ति दे दी जाएगी अगर तृतीय श्रेणी शिक्षको के तबादले से पूर्व नियुक्ती प्रक्रिया पूर्ण हों गई तो जिलों में रिक्त पद भर जाएंगे। शिक्षक संघ रेसटा की ओर से इसका विरोध किया जा रहा है। संघ की मांग है कि नई नियुक्ति से पहले ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले किए जाएं।जिससे लम्बे समय से घर जाने का इन्तजार कर रहे शिक्षको की मांग पूरी हो सके।

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