जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर शुक्रवार को भूकंप से हिल गई। यहां सुबह 4 बजकर 9 मिनट से 4 बजकर 25 मिनट के बीच 3 झटके महसूस किए गए। फिलहाल भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलोजी के अनुसार तीन झटके आए हैं। भूकंप का पहला झटका 4:09 पर आया, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.4 थी। दूसरा झटका 4:22 पर आया, जिसकी तीव्रता 3.1 और तीसरा झटका 4:25 पर आया, जो 3.4 तीव्रता का था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि एक के बाद एक भूकंप के झटके महसूस किए। विस्फोट जैसी आवाज सुनाई दी। लोग डर की वजह से सुबह 4 बजे घरों और अपार्टमेंट्स से बाहर निकल आए। भूकंप के बाद कई इलाकों में बिजली गुल हो गई।
ऐसा लगा जैसे जहाज गिर रहा हो
मानसरोवर इलाके के शिप्रा पथ स्थित यूनीक प्राइम अपार्टमेंट में रहने वाले गौरव बहादुर थापा ने बताया कि बहुत जोर से बिल्डिंग हिलने की आवाज आई। ऐसा लगा जैसे जहाज गिर रहा है। विद्याधर नगर में रहने वाले बुजुर्ग रामस्वरूप अग्रवाल ने बताया कि जयपुर में इससे पहले भी झटके महसूस किए हैं, लेकिन इतना तेज भूकंप पहली बार महसूस हुआ।
पार्क में जाकर बैठे लोग
तीन बार झटके आने की वजह से लोग सहम गए और आसपास स्थित पार्क व खुले मैदानों में जाकर बैठ गए। वहीं कुछ लोग सड़क पर कुर्सी लगाकर स्थिति सामान्य होने का इंतजार करते रहे।
अब जानिए भूकंप क्यों आता है?
हमारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
एक्सपर्ट का दावा- अरावली पर्वतमाला की दरार एक्टिव हुई, आते रहेंगे भूकंप
जयपुर जोन-2 और पश्चिमी राजस्थान जोन-3 में आता है। इसमें सामान्य भूकंप के झटके आते हैं। भूगोल के जानकार डॉ. राजेंद्र सिंह राठौड़ के अनुसार अरावली पर्वतमाला के पूर्व में एक भ्रंश रेखा(दरार) है। यह भ्रंश रेखा राजस्थान के पूर्वी तट से होते हुए धर्मशाला तक जा कर मिलती है। इसमें राजस्थान के जयपुर, अजमेर, भरतपुर इलाके शामिल हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि अरावली पहाड़ में जो दरारे हैं, उनमें हलचल शुरू हो चुकी है। अब ऐसे भूकंप के झटके जयपुर समेत इससे सटे हुए अन्य इलाकों में भी आते रहेंगे।