चित्तौड़गढ़। राज्य सरकार द्वारा संचालित वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के अंतर्गत सोमवार को नगर परिषद् चित्तौड़गढ़ द्वारा परिषद क्षेत्र में स्थित प्रमुख जल स्रोतों की साफ-सफाई का कार्य किया गया। इस कार्य में नगर परिषद के कार्मिकों एवं सफाई मित्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंतर्गत दुर्ग रोड स्थित झाली बावड़ी, त्रिपोलिया हनुमान, छबीला हनुमान तथा सागर कुंड जैसे ऐतिहासिक जल स्रोतों की सफाई कर उनका संरक्षण सुनिश्चित किया गया। इसके अतिरिक्त, नगर परिषद स्वामित्व वाले भवनों में स्थापित रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचनाओं की भी सफाई की गई, जिसमें विशेष रूप से परिषद कार्यालय में स्थित संरचना को शामिल किया गया। नगर परिषद आयुक्त जितेन्द्र कुमार मीणा ने इस अवसर पर बताया कि जल है तो कल है के मूलमंत्र को आत्मसात करते हुए प्रत्येक नागरिक को अपने घरों में वर्षा जल संचयन हेतु रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जल की महत्ता को समझते हुए हमें अपने दैनिक व्यवहार में ऐसे बदलाव लाने चाहिए जिससे जल का अपव्यय रोका जा सके। इस अवसर पर आमजन से अपील की गई कि वे प्राचीन जल स्रोतों की स्वच्छता और संरक्षण में सहभागी बनें, प्लास्टिक का उपयोग न करें और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखें, अधिक से अधिक पौधारोपण करें और वर्षा जल संचयन को बढ़ावा दें। नगर परिषद् चित्तौड़गढ़ द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान जन-सहभागिता से जल संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल है।

वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जल स्रोतों की सफाई व रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचनाओं का संवर्धन
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