धोनी और जोकोविच की दबाव झेलने की काबिलियत के मुरीद हैं शतरंज स्टार गुकेश

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चेन्नई। भारतीय शतरंज स्टार डी गुकेश ने करिश्माई पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी और स्टार टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच के भारी दबाव को झेलने के तरीके की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह इन दो विशेष खिलाड़ियों से प्रेरणा लेते हैं। सत्रह बरस के गुकेश ने टोरंटो में कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया और वह विश्व चैम्पियनशिप खिताब के सबसे युवा चैलेंजर बन गए। उन्होंने 40 साल पुराना गैरी कास्पोरोव का रिकॉर्ड तोड़ा। वह साल के आखिर में मौजूदा विश्व चैम्पियन चीन के डिंग लिरेन को चुनौती देंगे।

कैंडिडेट्स जीतकर लौटे गुकेश ने पीटीआई से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जिस तरह से धोनी और टेनिस के महान खिलाड़ी नोवाक जोकोविच भारी दबाव में खुद को संभालते हैं, वे बड़े खिलाड़ी हैं और हमेशा दबाव से निपटने में कामयाब होते हैं और जब भी जरूरत होती है अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। इसलिये मैं उनसे प्रेरित होता हूं। ’’ पूर्व कप्तान धोनी ने भारत को दो विश्व कप दिलाये हैं। साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स को अपनी अगुआई में पांच ट्राफी दिलायी हैं। वहीं सर्बिया के जोकोविच के नाम रिकॉर्ड 24 ग्रैंड स्लैम खिताब हैं और वह कुछ और खिताब जीत सकते हैं। नोर्वे के महान शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन पांच बार के विश्व चैम्पियन हैं। वह कई युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं और गुकेश भी उनमें से एक हैं।

गुकेश ने कहा, ‘‘आप उनसे (कार्लसन) काफी चीजें सीख सकते हैं। सिर्फ शतरंज ही नहीं बल्कि आप उनसे मानसिक मजबूती भी सीख सकते हैं। मैं कहूंगा कि वह इस मामले में किसी भी खेल के खिलाड़ी में सर्वश्रेष्ठ हैं। ’’ चैम्पियन ग्रैंडमास्टर ने कहा कि सभी शतरंज खिलाड़ी अपने करियर के दौरान ‘नर्वस’ हुए होंगे लेकिन अनुभव की बदौलत इससे निपटना सीख जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी ‘नर्वस’ हो जाते हैं लेकिन अनुभव के बूते सभी सीख जाते हैं कि इससे कैसे निपटना है। मुझे लगता है कि ऐसा परिपक्वता और अभ्यास के कारण होता है। ’’

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