कोटा। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ओर से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर तलवंडी में विशेष समारोह आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त जिला कलेक्टर कृष्ण शुक्ला ने की। कार्यक्रम की शुरुआत वॉकथॉन से हुई, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसके बाद महिला स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया, जहां कोटा हार्ट एवं बजाज अलायंस के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं के बीपी, ब्लड शुगर, वजन एवं अन्य स्वास्थ्य परीक्षण किए गए।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर कृष्ण शुक्ला ने कहा कि भारतीय संस्कृति सदैव महिलाओं को सम्मान एवं सशक्तिकरण प्रदान करती आई है। उन्होंने वैदिक काल की गार्गी और मैत्रेयी जैसी विदुषियों का उदाहरण देते हुए बताया कि प्राचीन काल से ही महिलाओं का स्थान समाज में अग्रणी रहा है। उन्होंने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति के नकारात्मक प्रभावों से महिलाओं की स्थिति में बदलाव आए हैं, जिन्हें संतुलित करने की आवश्यकता है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक सविता कृष्णिया ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनके लिए अनुकूल वातावरण तैयार करना आवश्यक है। राजीविका की जिला कार्यक्रम प्रबंधक नेहा चतुर्वेदी ने कहा कि सशक्तिकरण केवल आर्थिक स्वतंत्रता तक सीमित नहीं है, बल्कि जब महिलाएं स्वयं निर्णय लेने में सक्षम होंगी, तभी वे सशक्त कहलाएंगी।
सहायक जनसंपर्क अधिकारी आकांक्षा शर्मा ने महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने और उनका सही उपयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया। अग्रणी जिला प्रबंधक दिलीप कौर ने कहा कि व्यस्त जीवनशैली के बावजूद महिलाओं को अपने स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता पर ध्यान देना चाहिए।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य प्रबंधक प्रेम शंकर शर्मा एवं नरेश सैनी ने महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महिला और पुरुष समाज के अभिन्न अंग हैं, जिनकी विशेष भूमिकाओं की तुलना नहीं की जा सकती। इस अवसर पर बैंक में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संगीत, नृत्य, मेहंदी एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने वॉकथॉन और स्वास्थ्य शिविर के साथ मनाया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
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