Category Archives: लेख

भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी 12 अरब प्रकाश वर्ष दूर ब्रह्मांड की सर...

ब्रह्मांड की अथाह गहराइयों में कभी–कभी कोई खोज केवल विज्ञान को आगे नहीं बढ़ाती, बल्कि हमारी समझ, हमारे अहंकार और हमारी कल्पना—तीनों को एक साथ चुनौती देती है। भारतीय शोधकर्ताओं द्वारा खोजी गई सर्पिल गैलेक्सी ‘अलकनंदा’ ऐसी ही खोज है...

बोतलबंद पानी कितना खरा कितना खोटा...

आजकल बोतल का पानी पीने का रिवाज व्यापक रूप से प्रचलन में है। घर हो या बाहर हर जगह बोतल का पानी सर्व सुलभ है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में हर मिनट बोतल बंद पानी की 10 लाख बोतलें खरीदी जाती हैं। इस पर अनेकों शोध होकर बोत...

गरीबों का अनाज बना ग्लोबल सुपरफूड...

देश और दुनिया में मोटे अनाज की मांग बढ़ रही है। अब यह केवल गरीब की थाली तक सीमित नहीं रहा है अपितु फाइव स्टार होटलों में भी पहुँच गया है। आज देश-दुनिया के लोग मोटे अनाज की खूबियों का बेबाकी से बखान कर रहे हैं। हमारी सेहत और खानपान ...

माटी बचेगी तो मानव बचेगा : विश्व मृदा दिवस 2025 का संदेश‌...

हर वर्ष 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस के रूप में मनाया जाता है।नीले ग्रह पर जीवन का आधार मिट्टी है , क्यों कि मिट्टी पर ही इस धरती के समस्त जीव-जंतु, वनस्पतियां और मनुष्य प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं।जल,अग्नि, वायु और आ...

भारतीय नौसेना दिवस : समुद्री सीमाओं के प्रहरी...

हर वर्ष 4 दिसंबर को भारत में नौसेना दिवस मनाया जाता है, और यह अवसर केवल एक औपचारिक उत्सव भर नहीं, बल्कि उन गहराइयों तक झांकने का निमंत्रण भी है जहाँ भारतीय नौसेना के जवान और अधिकारी अपने अदृश्य संघर्षों के साथ देश की सुरक्षा की जि...

मौसम का गजब नज़ारा : ग्रीष्म ऋतु लंबी होती जा रही हैं और सर्दियां ...

देश में मौसम के अज़ब गजब नज़ारे देखने को मिल रहे है। दिसंबर का महीना शुरू हो गया है मगर ठण्ड और सर्दी ने अभी अपने पारम्परिक तेवर नहीं दिखाए है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 10 दिन तक राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और ...

दिव्यांगों के जीवन में भरे प्यार का उजियारा...

अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस अथवा अन्तर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को मनाया जाता है। वर्ष 2025 की थीम सतत परिवर्तन के लिए अभिनव मानसिक स्वास्थ्य पहल और समावेशी पुनर्वास के माध्यम से विकलांग लोगों को सशक्त बनाना है।...

राजनीति की चपेट में मतदाता सूची शुद्धिकरण विवाद...

भारत, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, अपनी चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता पर गर्व करता है। इस प्रक्रिया की आधारशिला है मतदाता सूची वह निर्णायक दस्तावेज जो तय करता है कि कौन वोट दे सकता है और कौन नहीं। इसीलिए, सूची को शुद्ध,...

दिव्यांग लोगों के बारे में बढ़ानी होगी जागरूकता...

समाज में दिव्यांगता को एक सामाजिक कलंक के रूप में देखा जाता है। जिसे सुधारने की आवश्यकता है। विश्व विकलांग दिवस पर इस वर्ष का विषय है सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए विकलांगता समावेशी समाजों को बढ़ावा देना। विकलांग व्यक्तियों ...

पर्यावरण प्रदूषण : स्वास्थ्य के लिए बढ़ता खतरा...

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस उन लोगों की याद में मनाया जाता है जिन्होंने भोपाल गैस त्रासदी में अपनी जान गँवा दी थी। उन मृतकों को सम्मान देने और याद करने के लिये भारत में हर वर्ष 2 दिसंबर को मनाया जाता है। भोपाल गैस त्रासदी की व...

नवीन वलित पर्वत: दुनिया के सबसे ख़तरनाक भूभाग और नया भूकंप मानचित...

भूकंप की दृष्टि से हमारा देश बहुत ही संवेदनशील क्षेत्र में आता है।इस क्रम में, भारत ने हाल ही में अपना नया राष्ट्रीय भूकंप जोन मैप जारी किया है।इसके तहत अब पूरे हिमालयी क्षेत्र (जम्मू-कश्मीर से अरुणाचल प्रदेश तक) को पहली बार सबसे ...

सड़क दुर्घटनाओं में जीडीपी का होता है तीन फीसदी नुकसान...

भारत में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में हर साल लाखों की संख्या में लोग अपनी जान गवां देते हैं। सड़क दुर्घटनाओं के ग्राफ में तेजी से वृद्धि हो रही है। दुर्घटनाओं में मौतें और घायल होने के समाचार प्रतिदिन पढ़ने और देखने को मिल रहे हैं। ...

श्रीराम मन्दिर ध्वजारोहण पर पाकिस्तान की बौखलाहट...

पाकिस्तान की भारत-निंदा की आदत कोई नई नहीं है; यह उसकी कूटनीति एवं संकीर्ण सोच का स्थायी चरित्र बन चुकी है। ऐसा शायद ही कोई अवसर हो जब भारत की बढ़ती शक्ति, बढ़ती साख और सांस्कृतिक उन्नयन का प्रभावी दृश्य उभरे और पाकिस्तान उसमें संकु...

स्वच्छ भूजल पर मंडराया धातु प्रदूषण का खतरा...

पिछले कुछ सालों से अनेक रिपोर्टों में यह स्वीकार किया गया कि भूजल में जहरीली धातुओं की मात्रा निर्धारित मानकों से अधिक पाई गई है, इसके बावजूद शुद्ध पानी के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया जो बेहद चिंताजनक है। यह भी स्वीकार किया है ...

पाकिस्तान दोहरा रहा है अपना खूनी इतिहास...

पाकिस्तान से आने वाली ख़बरों पर यकीन करें तो पाकिस्तान एक बार फिर अपने खूनी इतिहास को दोहराने जा रहा है। जियाउलहक ने 1979 में जुल्फिकार अली भुट्टों को फांसी दे दी थी और अब इमरान खान की जेल में मौत की ख़बरों से पूरी दुनियां हतप्रभ है...

न्याय के शिखर पर हिंदी : सीजेआई की शपथ से खुला नई दिशा का द्वार...

देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत हिंदी में शपथ लेने वाले पहले मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बन गए। वास्तव में, प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत द्वारा हिंदी में शपथ लेने के गहरे निहितार्थ हैं। कहना ग़लत नहीं होगा कि ...

अंगदान के प्रति सामाजिक धारणाओं को बदलने की जरूरत है...

प्रत्येक वर्ष 27 नवंबर को ‘राष्ट्रीय अंगदान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। दरअसल,यह दिवस अंगदान के महत्व को समझाने, समाज तथा देश में अंग-दान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। कहना ग़लत नहीं होगा कि अंगदान...

नींद की कमी से जूझ रहा है युवा भारत...

नींद की कमी धीरे-धीरे एक साइलेंट हेल्थ क्राइसिस बन चुकी है। पहले नींद को आराम या आदत माना जाता था, लेकिन अब शोध यह दिखाते हैं कि कम नींद का सीधा असर दिमाग, दिल, इम्यून सिस्टम और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। अमेरिका के सेंटर्स फॉर...

खोखले साबित हो रहे है नारी सुरक्षा के तमाम दावे...

25 नवम्बर को अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस हम ऐसे समय मना रहे है जब महिलाएं लगातार हिंसा की शिकार हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है वैश्विक प्रयासों के बावजूद इस दिशा में कोई सार्थक सुधार परिलक्षित नहीं हुआ है...

कॉप-30 सम्मेलन-वक्त कम, अपेक्षाओं का है अंबार !...

ब्राजील के बेलेम में 10 नवंबर से 21 नवंबर 2025 तक आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन (कॉप-30) शुक्रवार को (21 नवंबर 2025) खत्म हो गया। उम्मीद जताई गई कि बेहतर भविष्य के लिए सभी देश मिलकर काम करेंगे, लेकिन जैसी उम्मीद की जा...

प्री वेडिंग फोटो शूट : यादों का खजाना या मर्यादा का हनन...

आजकल देशभर में प्री-वेडिंग शूट का एक चलन बढ़ता ही जा रहा है। पिछले कुछ सालों में प्री वेडिंग शूट शादी की फोटो एल्बम बनाने से ज्यादा ज़रुरी बन चुके हैं। प्री वेडिंग देश में एक लक्जरी इंडस्ट्री के रूप में उभर रहा है जो अपने बजट के ह...

भारत में जलवायु संकट-स्वास्थ्य एवं समृद्धि पर कहर...

जलवायु परिवर्तन से उपजी पर्यावरणीय चुनौतियाँ आज मानव सभ्यता के अस्तित्व तक को प्रभावित कर रही हैं। जलवायु परिवर्तन अब कोई दूर का वैज्ञानिक विचार नहीं, बल्कि तत्काल अनुभव किया जाने वाला यथार्थ है, जिसकी भयावहता का प्रमाण सीएसई और ड...

साइबर इंफ्रास्ट्रक्चर पर खतरा : क्लाउडफ्लेयर की गड़बड़ी से मिली स...

मंगलवार, 18 नवंबर 2025 को शाम करीब 5:20 बजे से क्लाउडफ्लेयर नेटवर्क में तकनीकी गड़बड़ी आ गई।इस तकनीकी गड़बड़ी ने दुनिया भर की ऑनलाइन सेवाओं को यकायक रोक दिया। चैटजीपीटी, ट्विटर (एक्स प्लेटफार्म),कैनवा, डिस्कोर्ड और कई बड़े प्लैटफॉ...

शिक्षा, संचार और जागरूकता बढ़ाने में टेलीविजन की महत्वपूर्ण भूमिक...

संयुक्त राष्ट्र की ओर से हर साल 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस मनाया जाता है। यह दिन हमें प्रेरित करता है कि हम इस शक्तिशाली माध्यम का सही उपयोग करें और इसे शिक्षा, मनोरंजन एवं जागरूकता के साथ स्वस्थ और सशक्त भारत के निर्माण का ए...

शेख हसीना प्रत्यर्पण विवाद: भारत की कूटनीतिक रणनीति और कानूनी आधा...

भारत द्वारा बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को प्रत्यर्पित न करने का मुद्दा दक्षिण एशिया की राजनीति में ऐसे समय उभरकर सामने आया है जब क्षेत्र पहले से ही अस्थिरता, शक्ति-संतुलन और वैश्विक दबावों के बीच एक निर्णायक चरण से...

राजनीति के फलते फूलते और दरकते सियासी परिवार...

कभी देश के प्रधानमंत्री के पद के नज़दीक पहुंचे लालू प्रसाद यादव का सियासी परिवार अब बिखरने के कगार पर है। बिहार चुनाव में करारी हार के बाद लालू परिवार की एकता छिन्न भिन्न हो गई है। बिहार में परिवारवाद कोई नया मुद्दा नहीं है मगर सबस...

क्या एआइ सोख रही है नीले ग्रह का पानी ?...

आज एआइ(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का जमाना है। दुनिया में आज एआइ के प्रति प्यास निरंतर बढ़ती चली जा रही है, क्यों कि आज शिक्षा, स्वास्थ्य (हेल्थकेयर), खेती-किसानी, सुरक्षा, बैंकिंग और वित्त, उधोग और निर्माण (इंडस्ट्री एंड मैनुफैक्चरि...

मुख्यमंत्री होकर भी अब उछल−कूद नही कर सकेंगे नीतीश कुमार...

प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी का ये कथन इस बार के बिहार के जनादेश पर सही उतरता है कि बिहार दुनिया को राजनीति सिखाता है। इस जनादेश ने जहां विपक्षी दलों को उनकी औकात बता दी,वहीं नीतीश कुमार को भी बता दिया कि अगले पांच साल भाजपा के बिना ग...

हिट हो गई मोदी और शाह की जोड़ी...

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली प्रचंड जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जोड़ी को दिया जा रहा है। यह कहने में किसी को कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि मोदी और अमित शाह ने मिलकर जीत की पटकथा तैयार क...

तेज़ रफ़्तार जीवन में है संयम की आवश्यकता...

मनुष्य जीवन को सुचारु, सार्थक और सुखद बनाने में कई गुणों की आवश्यकता होती है जैसे सत्यनिष्ठा(ईमानदारी),करूणा और संवेदनशीलता, आत्मनियंत्रण(क्रोध, लालच, ईर्ष्या जैसी भावनाओं पर नियंत्रण), धैर्य, परिश्रम, अनुशासन, कृतज्ञता (जो मिला ह...

राजस्थान में तीसरे मोर्चे की हुंकार...

राजस्थान विधानसभा के अंता उप चुनाव ने तीसरे मोर्चे की नींव खड़ी करदी है। राज्य की राजनीति एक बार फिर नए समीकरणों की ओर बढ़ती दिख रही है। इस बार चर्चा है एक तीसरे मोर्चे की, जो भाजपा और कांग्रेस दोनों से अलग अपनी राजनीतिक पहचान बनान...

एआई टीचर्स: शिक्षा की दुनिया में आने वाला है बड़ा मोड़...

कल्पना कीजिए, एक ऐसा शिक्षक जो कभी थकता नहीं, हर छात्र को उसकी रफ्तार से सिखाता है, हर गलती पर तुरंत फीडबैक देता है और यह सब 24 घंटे करता है। सुनने में यह साइंस फिक्शन की बात लग सकती है, पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अब इसे हकीक...

राष्ट्रीय प्रेस दिवस : कलम आज उनकी जय बोल...

राष्ट्रीय प्रेस दिवस यानि भारतीय पत्रकारिता दिवस 16 नवम्बर को मनाया जाता है। पत्रकारिता दिवस पर आज राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की ‘कलम आज उनकी जय बोल’ कविता बड़ी शिद्दत से याद आ रही है। इसी कलम को लेकर आज तरह तरह की ...

आखिर क्या होता है-‘व्हाइट कॉलर टेरेरिज्म?...

10 नवंबर 2025 को राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए आतंकी धमाके में अब तक 13 लोगों की जानें गईं बता रहे हैं,यह बहुत ही दुखद है। वास्तव में, यह हमला कहीं न कहीं हमारे देश की सुरक्षा व्यवस्था पर भी एक प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। ह...

समाज को राह दिखाता है मीडिया...

देश को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली पत्रकारिता आजादी के बाद भी अलग-अलग परिदृश्यों में अपनी सार्थक जिम्मदारियों को निभा रही है। लेकिन मौजूदा दौर में पत्रकारिता दिनोंदिन मुश्किल बनती जा रही है। जैसे-जैसे समाज में अ...

कॉप-30 सम्मेलन और विकसित देशों की जिम्मेदारियां...

12 दिसंबर 2015 को फ्रांस के पेरिस शहर में आयोजित ‘कॉप-21’ यानी संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एक ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय संधि की गई थी, तथा जिसे विश्व के 195 देशों ने अपनाया...

बाल दिवस पर लाएं बच्चों के चेहरे पर मुस्कान...

बाल दिवस हर साल 14 नवम्बर को मनाया जाता है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस के अवसर पर बाल दिवस के दौरान विविध कार्यक्रमों के जरिये बच्चों के अधिकार और विकास पर चर्चा की जाती है। पं. जवाहर लाल नेहरू को ‘चाचा...

एग्जिट पोल ने लगाई मुहर : बिहार में फिर एक बार नीतीशे सरकार ?...

बिहार में एग्जिट पोल को लेकर सियासी क्षेत्रों में घमासान छिड़ गया है। एनडीए जहां इसे वास्तविकता के निकट बता कर स्वागत कर रहा है वहीं महागठबंधन इसे झूठ का पुलिंदा करार देकर नकार रहा है। हालाँकि दो दिन बाद 14 नवम्बर को पता लग जायेगा ...

शिक्षा, संवाद और सामाजिक न्याय से ही आतंकवाद का खात्मा संभव...

आतंकवादी और आतंकवाद किसी भी देश व समाज के लिए नासूर हैं। वास्तव में ये देश और समाज में शांति, विकास और मानवता के दुश्मन हैं।इनकी वजह से निर्दोष लोग जान गंवाते हैं, और समाज भय, अविश्वास व विनाश की ओर बढ़ता है।इस क्रम में, (जैसा कि ...

दिल्ली धमाका : किसी बड़ी साजिश का संकेत...

रविवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में स्थित सीआरपीएफ स्कूल के बाहर हुआ धमाका पूरे देश को हिला गया। यह केवल एक हादसा नहीं था, बल्कि संभवतः किसी बड़ी साजिश की कड़ी का संकेत है। देश की राजधानी में सुरक्षाबलों के ...

पक्षियों को भी खुले आसमान में जीने का अधिकार है...

राष्ट्रीय पक्षी दिवस प्रतिवर्ष 12 नवंबर को मनाया जाता है। देशभर में राष्ट्रीय पक्षी दिवस भारत के प्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी और प्रकृतिवादी डॉ. सलीम अली की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। सलीम अली को पक्षी मानव के नाम से भी जाना जाता ...

भारत का आटोमोबाइल क्षेत्र, अर्थव्यवस्था और जीएसटी में कटौती...

दोपहिया वाहन, ग्रामीण ही नहीं शहरी भारत की भी रीढ़ है, क्यों कि इनका इस्तेमाल कमोबेश हर घर-परिवार में होता है।इस साल अक्टूबर 2025 में दोपहिया वाहनों की बिक्री रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई, यह हमारे देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक बहुत ...

महिला शिक्षा के सच्चे पैरोकार थे मौलाना आजाद...

देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती हर साल 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाई जाती है। कलाम की देश के प्रमुख क्रन्तिकारी श्री अरविन्दों घोष और श्याम सुंदर चक्रवर्ती से मुलाकात के बाद उन्होंने भा...

बानी ऐसी बोलिये, मन का आपा खोय औरन को सीतल करै, आपहु सीतल होय...

देश में चुनाव आते ही कटु वचनों की बाढ़ सी आ जाती है। कटु वचन एक ऐसे जहर के सामान है जो भले ही पिया न जाये लेकिन वह असर जहर से भी तेजी से करता है। कटु वचन मित्र को भी शत्रु बनाते देर नहीं करता। देश में चुनावों के दौरान कटुता का जैसा...

जनसुरक्षा पर बड़ा कदम : सार्वजनिक स्थलों पर आवारा पशुओं पर नियंत्...

देश में कुत्तों के काटने की घटनाओं में वृद्धि पर चिंतित सुप्रीम कोर्ट ने 7 नवंबर 2025 शुक्रवार को यह निर्देश दिए हैं कि देशभर में शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि परिसरों में आवारा कुत्तों को हटाएं और उन्...

जेएनयू छात्र संघ चुनाव में कैसे ‘राइट’ पर भारी पड़ा लेफ्ट...

नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में इस साल के छात्रसंघ चुनाव नतीजों ने फिर इतिहास दोहरा दिया। राइट विंग के उम्मीदवारों को हाशिये पर ढकेल कर यहां के छात्रों ने लेफ्ट की विचारधारा को तवज्जो दी। वामपंथी छात्र संगठनों के साझ...

हर कोई लांघ रहा है अनुशासन की सीमा...

जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अनुशासन आवश्यक है। यदि अनुशासन का पालन नहीं किया जाए तो जीवन उच्छृंखल बन जाएगा। हमारे देश की आज यही हालत है। ऐसा लगता है जैसे अनुशासन को हमने अपने शब्दकोष से ही निकाल दिया है। यही कारण है कि हर क्षेत्र...

मोदी की आलोचना खूब कीजिये जनाब मगर सेना को बक्श दीजिये...

कांग्रेसी नेता राहुल गाँधी एक बार फिर अपने देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बहाने देश के लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं पर हमला बोलते तनिक भी नहीं हिचकिचाएं। उन्होंने पूर्व की भांति मोदी पर ताबड़तोड़ हमला करते हुए इस बार सेना को...

युवा पीढ़ी भूल रही पत्र-लेखन की कला...

आज एआइ (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के इस युग में दुनिया पल-पल बदल रही है। डिजिटल तकनीक और सोशल मीडिया ने हमारे जीवन के हर पहलू को कहीं न कहीं अवश्य ही प्रभावित किया है। संवाद के पारंपरिक माध्यम(पत्र-लेखन कला) अब इतिहास की किताबों में सि...

घटिया और नकली दवाओं का जानलेवा खेल : खतरे में है आमजन की सेहत...

देश में बनने वाली अंग्रेजी दवाएं पिछले कुछ सालों से अपनी गुणवत्ता को लेकर सवालों के घेरे में हैं। देश में आये दिन घटिया और नकली दवाओं के जखीरे पकड़े जा रहे है जो साबित करते है आमजन का स्वास्थ्य खतरे में है। राजस्थान और मध्य प्रदेश ...

वर्ष 1983 से 2025 तक: अब महिला टीम ने लिखी नई गौरव-गाथा...

02 नवंबर 2025 रविवार का दिन अपने-आप में ऐतिहासिक बन गया और हम सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। दरअसल, इस दिन हमारे देश की महिला क्रिकेट टीम ‘विश्व विजेत्री’ बन गई। रविवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम पर खेले गए...

“अव्‍यवस्‍था से उपजा कहर: भगदड़ की सच्चाई...

एकबार फिर वही हो गया,जो वास्तव में नहीं होना चाहिए था।आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के कस्सीबुग्गा स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में 01 नवंबर 2025 शनिवार को भगदड़ में कुल नौ लोगों की मौत हो गई तथा इस हादसे में 13 लोग घायल ह...

किताबें उधार नहीं, अनुभूति होती हैं...

कभी कोई व्हाट्सएप पर लिखता है, कभी मैसेंजर पर, तो कभी ईमेल में — “हमने समाज सेवा के लिए एक लाइब्रेरी बनाई है, आप कुछ किताबें भेज दीजिए।” शुरुआत में यह संदेश मुझे अच्छे लगते थे। लगा कि लोग पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा देना चाहते हैं...

संघ पर रोक लगाने की मांग एक फैशन बन गया है...

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर एक बार फिर प्रतिबंध लगाने की बात कही है। इससे पूर्व उनके बेटे और कर्नाटक के आईटी मंत्री प्रियंक खरगे भी ऐसी ही बात कह चुके है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं द्वारा राष्ट्...

बदलती जलवायु, बिगड़ता स्वास्थ्य: 2025 की भयावह तस्वीर...

प्रदूषण अब केवल पर्यावरणीय नहीं, बल्कि एक स्वास्थ्य आपातकाल बन चुका है। इस संदर्भ में ‘द लैंसेट काउंटडाउन ऑन हेल्थ ऐंड क्लाइमेट चेंज 2025’ की हाल ही की एक रिपोर्ट यह बताती है कि वर्ष 2022 में भारत में वायु प्रदूषण के कारण 17 लाख स...

बिहार चुनाव में सियासत और अपराध का नापाक गठजोड़...

भारतीय लोकतंत्र में अपराधी इतने महत्वपूर्ण हो गए हैं कि कोई भी राजनीतिक दल उन्हें नजरअंदाज नहीं कर पा रहा। पार्टियाँ उन्हें नहीं चुनती बल्कि वे चुनते हैं कि उन्हें किस पार्टी से लड़ना है। उनके इसी बल को देखकर उन्हें बाहुबली का नाम ...

बिना छात्रों के स्कूल: शिक्षा की मौन त्रासदी...

हाल ही में देश में स्कूलों के संदर्भ में जारी किए गए आंकड़े हैरानी पैदा करने वाले हैं। उपलब्ध जानकारी के अनुसार केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी हालिया आंकड़ों के अनुसार देशभर में लगभग 7,993 स्कूलों में एक भी छात्र का नामांकन ...

राष्ट्रीय एकता की भावना को मजबूत करते हैं पटेल के विचार...

आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150 वीं जयंती है। यह दिन देश की एकता, अखंडता और बहुसांस्कृतिक विविधता को समर्पित है। सरदार पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में शुक्रवार को पूरे देश में एकता दौड़ का आयोजन किया जा रहा है। प्रधा...

आठवां वेतन आयोग : कर्मचारियों की खुशहाली और अर्थव्यवस्था की रफ़्त...

हाल ही में केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल,कैबिनेट ने 8वें वेतन आयोग के टर्म ऑफ रिफरेंस को मंजूरी दी है। कहना ग़लत नहीं होगा कि दिवाली और छठ पूजा के त्योहारों के बाद केंद्र सरकार की ये घोषण...

गोपाष्टमी पर्व : अमृत समान है गाय का दूध, मूत्र और गोबर...

देश में हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी का त्योहार मनाए जाने की परंपरा है। इस साल गोपाष्टमी 30 अक्टूबर को है। भारत में गाय को मां कहा जाता है और उसकी पूजा की जाती है। घरों में आज भी पहली रोटी गौ माता क...

बिहार में फिर गूंजा परिवारवाद का शंखनाद...

बिहार में परिवारवाद का भूत एक बार फिर हिलोरे लेने लगा है। राज्य की चुनावी सियासत इन दिनों परिवार और परिवारवाद के इर्द-गिर्द घूम रही है। राजनीतिक पार्टियों में परिवारवाद पर सियासी संग्राम छिड़ गया है। एक दूसरे पर परिवारवादी होने के ...

एसआईआर की सार्थक पहल का विरोध नहीं, स्वागत हो...

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार के बाद अब देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विशेष ग्रहण पुनरीक्षण (एसआईआर) की शुरुआत करने की घोषणा करके चुनाव विसंगतियों एवं कमियों को दूर करने का सराहनीय एवं साहसिक कार्य किय...

भारत में बेरोज़गारी का बढ़ता संकट...

भारत में बेरोज़गारी आज के समय की सबसे गंभीर सामाजिक-आर्थिक समस्याओं में से एक है। यह समस्या न केवल आर्थिक विकास की गति को प्रभावित करती है, बल्कि समाज की स्थिरता, युवाओं के भविष्य और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालती है। बेरोज...

दिल्ली में दम घोंटू जहरीली हवा हर साल मचाती है तबाही...

पराली जल रही है, लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है। देश की राजधानी दिल्ली की हवा अभी भी बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक, AQI एक बार फिर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है और यह कई जगहों का 400 से प...

एक पर्व नहीं है महापर्व है छठ पूजा...

दिवाली के बाद छठ पूजा का त्योहार बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस पर्व के दौरान घर से लेकर घाटों तक बेहद खास रौनक देखने को मिलती है। छठ पूजा की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है और समापन सप्तमी तिथ...

बिहार चुनाव : यह महासंग्राम है दीये और तूफ़ान का...

बिहार विधानसभा चुनाव अपने परवान पर है। एनडीए और महागठबंधन के बीच आक्रामक चुनावी जंग की बिसात बिछ गई है। सियासी पार्टियों ने चुनाव जीतने के लिए साम, दाम, दंड और भेद को अपना चुनावी हथियार बना लिया है। मुफ्त रेवड़ियों की बौछारों के बी...

सोशल मीडिया का दुरुपयोग और नए आईटी नियम एक विवेचन...

आज के इस आधुनिक और डिजिटल युग में सोशल मीडिया केवल संवाद और मनोरंजन का ही माध्यम नहीं रहा है, बल्कि यह जनमत निर्माण, राजनीतिक विमर्श और सामाजिक प्रभाव का सशक्त उपकरण बन चुका है, लेकिन कहना ग़लत नहीं होगा कि आज के समय में इसकी अनिय...

हवा को जहर बनाता दिल्ली का आत्मघाती प्रदूषण...

दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण एक बार फिर दुनिया की नजरों में भारत की राजधानी को शर्मसार कर रहा है। कभी संस्कृति, ऊर्जा और प्रगति की पहचान रही दिल्ली आज धुएं और धूल की चादर में लिपटी दिखाई देती है। हवा में घुला ज़हर इस हद तक बढ़ चुका है कि...

नए आईटी रूल्स: डिजिटल समाज में सुरक्षा और विश्वास की नई राह...

आज हमारे देश में जनरेटिव एआई(ऐसी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) तकनीक है जो नई चीज़ें ‘बनाने’ की क्षमता रखती है- जैसे कि पाठ (टेक्स्ट), चित्र (इमेजेज), संगीत, वीडियो या कोड आदि) उपकरणों की बढ़ती उपलब्धता और इसके परिणामस्वरू...

वन क्षेत्र से आयी अच्छी खबर : भारत में लगातार बढ़ रहा है जंगल...

वन क्षेत्र से अच्छी खबर आयी है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा जारी एक नई रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत कुल वन क्षेत्र में बढ़ोतरी के मामले में विश्व स्तर पर नौवें पायदान पर पहुंच गया है वहीं वार्षिक वन वृद्धि में ...

भाई दूज : भाई-बहन को समर्पित अनूठा, ऐतिहासिक एवं संवेदनात्मक त्यौ...

भ्रातृ द्वितीया (भाई दूज) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाला हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक पर्व है जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं। यह दीपावली के दो दिन बाद आने वाला ऐसा पर्व है, जो भाई के प्रति...

बदलती दीवाली : दीप नहीं, प्रदर्शन की झिलमिल...

हमारा देश भारत त्योहारों का देश है, जहां हर पर्व केवल उत्सव ही नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन भी होता है। दीपावली(दीपो की आवलि यानी कि दीप-पंक्ति) उन्हीं में सबसे प्रमुख, बड़ा और पवित्र त्योहार है‌।संस्कृत में दीपावली का अर्थ होता है-&...

संस्कार और चरित्र निर्माण का पर्व है दीपावली...

बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश तथा अज्ञान पर ज्ञान की विजय का त्योहार हैं दीपावली। दीपावली संस्कार और चरित्र निर्माण का पर्व है। तन-मन को प्रफुल्लित करने वाला यह पर्व हमारे जीवन में हजारों खुशियाँ प्रदान करता है। त्योहार जीवन क...

अमित शाह हैं संकटमोचन, संगठनशिल्पी और लौहपुरुष...

भारत की राजनीति में कुछ नाम ऐसे होते हैं जो केवल पदों से नहीं, अपने कर्म, दृष्टि, दृढ़ता, संकल्प और राष्ट्रभावना से पहचान पाते हैं। अमित अनिलचंद्र शाह ऐसा ही एक नाम है-संघर्षों में तपे, संगठन के शिल्पी और राष्ट्र की सुरक्षा एवं एकत...

पापों से मुक्ति और आत्मिक शुद्धि का पर्व है नरक चतुर्दशी...

सनातन धर्म में नरक चतुर्दशी का त्योहार बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। दीपावली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 19 अक्टूबर को मनाया जाएगा। नरक चतुर्दशी कई नामों से जानी जाती है। प्रत्येक नाम एक ...

चिकित्सा के देवता माने जाते हैं भगवान धन्वन्तरि...

धन्वन्तरि को हिन्दू धर्म में देवताओं के वैद्य माना जाता है। ये एक महान चिकित्सक थे जिन्हें देव पद प्राप्त हुआ। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ये भगवान विष्णु के अवतार समझे जाते हैं। इनका पृथ्वी लोक में अवतरण त्रयोदशी के दिन हु...

मुफ्त अनाज सहायता के चक्रव्यूह में फंसी भारत की गरीबी...

हर साल की भांति आज भी यानि 17 अक्टूबर को हम अन्तर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस मनाने जा रहे है। इस बीच कई बार गरीब की परिभाषा बदली मगर गरीबी उन्मूलन को पूरी तरह अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। इसके विपरीत भारत ने 80 करोड़ से अधिक की अ...

भूख की दुश्वारियां : विकसित देश निभाएं अपनी जिम्मेदारिया...

देश और दुनिया में भुखमरी एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है। आबादी विस्फोट के साथ भुखमरी का आंकड़ा भी बेहद चिंताजनक स्थिति में दिन-प्रतिदिन लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसी समस्या से निपटने के लिए विश्व खाद्य दिवस 16 अक्टूबर को मनाया जाता ...

भारत ने पकड़ी ई-कॉमर्स की रफ़्तार : ऑनलाइन बाजार हुए गुलज़ार...

देश और दुनिया में इस समय ई-कॉमर्स यानी कि इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स सुर्खियों में है। यह ऑनलाइन व्यापार करने का एक तरीका है। इसके अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के द्वारा इंटरनेट के माध्यम से वस्तुओं और सेवाओं की खरीद-बिक्री की जाती है। इस...

बिहार चुनाव : लालू के घोटाले ने बेटे तेजस्वी की राह में बिखेरे का...

दिल्ली की एक अदालत द्वारा लालू यादव परिवार पर नौकरी के बदले जमीन सम्बन्धी एक बहुचर्चित मामले में धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार समेत अन्य धाराओं के तहत आरोप तय करने से बिहार विधान सभा चुनाव से पहले ही महागठबंधन पर संकटों के बादल छा गए है। ब...

धौंस-धमकान की नीति ट्रंप के लिए होगी आत्मघाती...

धमकाने और धौंस की नीति पर चल रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी झूठी चौधराहट और खनिजों के चक्कर में लगता है दुनिया के देशों में अमेरिकी विरोधियों की बड़ी फौज ही तैयार करते जा रहे हैं। शांति के नोबल पुरस्कार का ट्रंप का सपना ...

दीपावली पर मिलावटियों के हौसले बुलंद...

दशहरा पर्व के बाद अब देशभर में दीपावली के त्योहार की जोरदार तैयारियां चल रही है। दीपों का पर्व आने में चंद दिन बचे हैं। दीपावली देश का सबसे बड़ा त्योहार है। इस अवसर पर गरीब और अमीर सभी वर्ग के लोग अपने सामर्थ्य के अनुरूप घर की साफ ...

क्यों डोनाल्ड ट्रंप रह गए नोबेल शांति पुरस्कार से दूर?...

डोनाल्ड ट्रंप का नाम 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के संभावित दावेदारों में शामिल जरूर था, मगर अंततः यह पुरस्कार वेनेज़ुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो के नाम हो गया। भले ही इस बार का नोबेल शांति पुरस्कार ट्रंप से छिन गया, ...

बिहार में रेवड़ी सरकार का बोलबाला...

बिहार में चहुंओर मुफ्त की बारिश हो रही है, जिसे देखकर लगता है चाहे किसी पार्टी की सरकार बने मगर बनेगी तो रेवड़ी सरकार ही। राजनैतिक पार्टियों द्वारा मत हासिल करने के लिए राजकीय कोष से मुफ्त सुविधाएं देने की लगातार घोषणाओं से चुनावी ...

मायावती का नया आगाज क्या होगा अंजाम ?...

प्रदेश की राजनीति में नए क्षितिज उभर रहे हैं। राज्य विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर सत्ता और विपक्ष अपनी-अपनी कमर कसता दिख रहा है। हालांकि अभी चुनाव में वक्त है, लेकिन राजनैतिक दल माहौल बनाना शुरू कर दिया है। भाजपा जहां सत्ता खोना नही...

बेटियों को चाहिए शिक्षा, समानता और सुरक्षा...

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है ताकि बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों के संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। दुनियाभर में महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचारों और असमानताओं जैस...

मानसिक स्वास्थ्य को तरोताजा रखती है शारीरिक गतिविधियां...

संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस हर साल 10 अक्टूबर को मनाया जाता है ताकि लोगों के बीच जागरूकता फैलाई जा सके। इस साल की थीम मन का महत्व: भावनात्मक मजबूती का निर्माण रखी गया है। इस थीम का जन साधारण को यह समझाना है ...

प्रेम, विश्वास और अटूट बंधन का पर्व: करवा चौथ...

सनातन भारतीय संस्कृति में तीज-त्योहारों का प्रमुख व बड़ा स्थान है। कार्तिक का महीना इस दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। पाठकों को बताता चलूं कि प्रतिवर्ष कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सुहागिनों द्वारा करवा चौथ का ...

आम आदमी के हौसले की उड़ान बने मुंशी प्रेमचंद...

आज उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की पुण्य तिथि है। लम्बी बीमारी के बाद उनका निधन 8 अक्टूबर 1936 को जलोधर रोग से हो गया था। ग्रामीण जन जीवन के चितेरे लेखक मुंशी प्रेमचंद की रचनाएं आज भी न केवल प्रासंगिक है अपितु हिंदी साहित्य की अम...

बदलाव एवं विकास की राह ताकता बिहार चुनाव...

बिहार में चुनावी रणभेरी बज चुकी है। मतदान की तिथियों की घोषणा के साथ ही लोकतंत्र का यह महायज्ञ आरंभ हो चुका है, जिसमें करोड़ों मतदाता दो चरणों में दिनंाक 6 और 11 नवंबर को अपने मत के माध्यम से राज्य की दिशा और दशा दोनों तय करेंगे। इ...

मौत का सिरप: जवाबदेही से भागता तंत्र !...

नकली दवाएं बनाना और बेचना केवल अपराध नहीं, पाप है।यह वह कुकर्म है जो जीवन देने के नाम पर मृत्यु बाँटता है।लाभ की लालसा जब संवेदनाओं पर भारी पड़ती है, तब इंसानियत मर जाती है।बीमार की आशा को छलना मानवता का सबसे बड़ा अपमान है।ऐसे स्व...

हजार बुराइयों की जड़ है दारू...

देश में हर वर्ष दो से आठ अक्टूबर तक मद्य निषेध सप्ताह के आयोजन की औपचारिकता का निर्वहन किया जाता है। इस अवसर पर पोस्टर, प्रदर्शनी, भाषण, मौखिक वार्ता ,विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित कर छात्रों और आम जनों को शराब की बुराइयों से अवगत ...

पशु संरक्षण की चुनौतियां...

दुनिया भर में हर साल चार अक्टूबर को विश्व पशु कल्याण दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमारे देश में पशु संरक्षण की सुदीर्घ और स्वस्थ परम्परा रही है जिसका निर्वहन हम आदिकाल से कर रहे है। यह दिवस जानवरों से प्रेम करने वाले और उन्हें स...

स्वदेशी एवं स्वावलम्बन ही नये भारत का आधार...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना महोत्सव यानी प्रत्येक वर्ष विजयदशमी के अवसर पर संघ प्रमुख का उद्बोधन एक नए संदेश और नये दृष्टिकोण के साथ सामने आता है, इस उद्बोधन का पूरा राष्ट्र इंतजार करता है। इस बार संघ प्रमुख मोहन भागवत ने क...

सत्य की जीत का सन्देश देता है दशहरा...

भारत एक विविधताओं से भरा देश है जहाँ अनेक धर्मों और संस्कृतियों के लोग साथ रहते हैं। यहां साल भर अनेक त्योंहार मनाए जाते हैं जो न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक भी होते हैं। इन्हीं ...

लोक आस्था, बहुरंगी संस्कृति के प्रतीक त्योहार और मेले...

देश में दशहरे मेले के साथ मेले ठेलों की शुरुआत हो गई है। भारत मेलो और तीज त्योहारों का देश है। यहाँ दुनियाँ के सबसे ज्यादा त्योहार मनाये जाते है। यहीं पर दुनियाँ में सबसे ज्यादा मेलो का आयोजन होता है। इनमे से कुछ मेले तो दुनिया के...

युद्धोन्मादी दौर में गांधी के विचार आज भी प्रासंगिक...

गांधी जयंती, 2 अक्टूबर को देशभर में प्रार्थना सभाओं, विभिन्न कार्यक्रमों के साथ राजधानी दिल्ली में गांधी प्रतिमा के सामने श्रद्धांजलि अर्पित कर मनाई जाती है। महात्मा गांधी की समाधि पर राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री सहित बड़े बड़े नेता प्...

गांधी और गांधी विचार को कुचलने की कुचेष्टाएं कब तक?...

लंदन के प्रसिद्ध टैविस्टॉक स्क्वायर में महात्मा गांधी की 57 साल पुरानी कांस्य की प्रतिमा पर हुआ हमला केवल एक मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने की घटना भर नहीं है, बल्कि यह गांधी के अस्तित्व, उनके विचार और भारत की आत्मा पर आघात है। गांधी ...

वृद्ध बोझ नहीं, बल्कि संस्कृति, परंपरा और मूल्यों के संरक्षक हैं...

संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के रूप में घोषित किया है। इस दिवस का उद्देश्य वृद्धों के अधिकारों, उनकी गरिमा और उनके योगदान को रेखांकित करना है। यह दिन हमें यह सोचने को विवश करता है कि जीवन के इस अ...

रोजगार का भविष्य : इंसान बनाम आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस...

आज विज्ञान और तकनीक का युग है।विज्ञान और तकनीक के इस युग ने मनुष्य को बहुत कुछ दिया है और एआइ भी निश्चित रूप से इनमें से एक है। कहना ग़लत नहीं होगा कि आज हम सभी एआइ(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के जमाने में सांस ले रहे हैं और वर्तमान स...

भीड़ हादसों और त्रासदियों का सिलसिला कब थमेगा?...

तमिलनाडु के करूर में तमिलगा वेट्री कषगम (टीवीके) प्रमुख और सुपर अभिनेता से नेता बने विजय की चुनावी रैली के दौरान मची भगदड़ दुर्भाग्यपूर्ण होने के साथ स्तब्ध करने एवं पीड़ा देने वाली भी है। विजय की रैली में एक बार फिर भीड़ की बेकाबू उ...

लोकतंत्र और अर्थतंत्र का बेड़ा गर्क कर रही है रेवड़ी संस्कृति...

जैसे जैसे चुनाव नजदीक आते है वैसे वैसे राजनीतिक पार्टियां अपने सिद्धांत और विचार त्याग कर जीत हासिल करने के लिए सभी प्रकार के जायज नाजायज हथकंडे अपनाना शुरू कर देती है। रेवड़ी संस्कृति लोकतंत्र और अर्थतंत्र का बेड़ा गर्क कर रही है...

घर घर गूंजेगा संघ का सामाजिक जागरण का शंखनाद...

देश और दुनिया के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का आगामी विजयादशमी से शताब्दी वर्ष शुरू हो रहा है। शताब्दी वर्ष के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व का सबसे बड़ा गृह सम्पर्क अभियान शुरू करेगा। इस अवसर पर संघ क...

टाइगर ऑफ स्काई की गौरवपूर्ण विदाई...

चण्डीगढ़ के एयरबेस से मिग-21 की आखरी उड़ान के साथ मिग की विदाई केवल एक सुपरसोनिक फाइटर की विदाई नहीं है अपितु भारतीय वायु सेना के फाइटर बेडे से मिग की गौरवशाली अतीत की विदाई है। अपनी गति, शक्ति और मारक क्षमता के कारण नाम से ही दुश...

पर्यटन का खजाना है भारत

विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है। पर्यटन दिवस मनाने का अर्थ है अधिक से अधिक जगह पर घूमने जायें, वहां सुन्दर और मन को मोह लेने वाले स्थलों का आनंद लें। इन सुन्दर यादों को सहेजकर रखने से बहुत कुछ सीख...

जीवनधारा नदियों के लुप्त होने का खतरा: संरक्षण का संकल्प...

नदियां मात्र जलधाराएं नहीं हैं, वे जीवन की धमनियां हैं, सभ्यता की जननी हैं और प्रकृति का शाश्वत उपहार हैं। मानव सभ्यता का इतिहास गवाह है कि हर संस्कृति और हर महान नगरी का उदय नदियों के तट पर हुआ। गंगा, सिंधु, नील, अमेज़न, यांग्त्सी...

विश्व पर्यटकों के लिये अनंत संभावनाओं का देश है भारत...

विश्व पर्यटन दिवस- 27 सितम्बर, 2025 इस बात का स्मरण कराता है कि पर्यटन केवल मनोरंजन का साधन भर नहीं है, बल्कि यह किसी भी राष्ट्र की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति का आधार स्तंभ है। इस वर्ष की थीम कुछ स्रोतों में ‘पर्यटन और ह...

त्योहारी सीजन शुरू होते ही मिलावटियों की पौ बारह...

देश में नवरात्र से त्योहारी सीज़न शुरू हो गया है। दीपावली तक त्योहारों की धूम रहेगी। त्योहार आये और मिलावटिये सक्रीय न हो, ऐसा हो नहीं सकता। अब तो मिलावट और त्योहार का लगता है चोली दामन का साथ हो गया है। हालांकि देशभर में मिलावटियो...

भाजपा के वैचारिक मार्गदर्शक और प्रेरणास्रोत पंडित दीनदयाल उपाध्या...

आज एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 109 वीं जन्म जयंती है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर, 1916 को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के नगला चंद्रभान नामक गांव में हुआ था। जनसंघ के पितृ पुरुष प. दीनदयाल उपाध्...

शक्ति और साहस का पर्व है नवरात्रि...

नवरात्रि का मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा और आराधना के लिए समर्पित है जिन्हें शक्ति, साहस, और नारी सशक्तिकरण का प्रतीक माना जाता है। नवरात्रि का अर्थ है ‘नौ रातें’, और इस दौरान भक्त देवी दुर्गा की विशेष पूजा करते हैं,...

पीएम मोदी के 11 साल पूरे, 4 दशक में सबसे लंबे समय तक रहने वाले प्...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई गुणों की चर्चा अक्सर की जाती हैं। मोदी ऐसे प्रधानमंत्री बन गए जो विगत 4 दशक से सबसे ज्यादा लंबे समय तक लगातार रहने वाले प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने कई महत्वपूर्ण निर्ण...

संघ का शताब्दी वर्ष : आपातकाल के संघर्ष के महारथी बने बदलाव के सा...

देश में 25 जून 1975 को जबरिया आपातकाल लागू कर लाखों विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जेलों में डाल दिया गया था। 21 महीनों का यह काला दौर संविधान के विध्वंस, नागरिक अधिकारों के उल्लंघन, प्रेस पर पाबंदी और विपक्ष के नेताओं की गिरफ्...

सेहत के लिए वरदान आयुर्वेद को मिली वैश्विक पहचान...

भारत सरकार ने हर वर्ष 23 सितम्बर को आयुर्वेद दिवस मनाने का फैसला किया है। इससे पूर्व यह दिवस धनतेरस के दिन मनाया जाता था। आयुर्वेद की वैश्विक पहचान कायम करने के लिए यह निर्णय लिया गया बताया। इस वर्ष की थीम आयुर्वेद जन जन एवं पृथ्व...

अमेरिकी आत्मघाती वीजा बंदिशें, भारत के नये अवसर...

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया भर के पेशेवरों, खासकर भारतीयों के सपनों पर एक नई काली छाया डाल दी है, उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया है एवं एक बड़ा संकट खड़ा दिया है। 21 सितंबर की रात 12 बजे के बाद अमेरिका में प्रवेश करने ...

प्रकृति संरक्षण हमारे सुनहरे भविष्य का आधार है...

आजकल जलवायु से सम्बंधित विषयों जैसे प्रकृति, पर्यावरण, पृथ्वी, जीव जंतु, वनस्पति, पेड़-पौधे आदि आदि पर विभिन्न देशी और वैश्विक शोध रिपोर्टों से अखबार भरे मिलते है। लगभग हर रिपोर्ट में जलवायु में बदलाव के खतरों से लोगों को निरंतर सा...

अल्ज़ाइमर: स्मृति हृास की वैश्विक चुनौती...

मस्तिष्क और स्मृति की उपेक्षा से बढ़ रहा स्मृति लोप का रोग दुनिया की एक बड़ी गंभीर समस्या हैं। याददाश्त हर उम्र के व्यक्ति के लिए सबसे बड़ी पूंजी है। तेज़-तर्रार और तनावग्रस्त जीवन ने शरीर और आत्मा दोनों को उपेक्षित कर दिया है। अल्ज़ाइ...

भारत में डिजिटल सुनामी : जेन-जी हो गए इंटरनेट लवर्स...

देश में इंटरनेट का उपयोग करने वालों की संख्यां में रिकार्ड बढ़ोतरी के साथ आज के डिजिटल युग में, यह अत्याधुनिक विधा हमारी दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गई है। बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग, सोशल मीडिया, और ऑफिस वर्क जैसी गतिविधियां पूरी तरह इं...

पाकिस्तान को सऊदी अरब का साथ, भारत के लिए कितना चिंताजनक?...

पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हाल ही में हुआ सामरिक पारस्परिक रक्षा समझौता दक्षिण एशियाई राजनीति और भारत–सऊदी रिश्तों के लिहाज से एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। 17 सितंबर 2025 को सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और पाकिस्तानी प्रधा...

कीटों की घटती प्रजातियां: इको-सिस्टम को खतरा !...

हाल ही में एक प्रतिष्ठित हिंदी दैनिक में एक खबर पढ़ी।खबर थी कि-‘पिछले 150 वर्षों में लाखों कीट प्रजातियां लुप्त हो चुकी है और हर साल शेष कीट बायोमास का 1% से 2.5% तक नष्ट हो रहा है।’ बड़ी बात यह है कि इन कीटों का पतन स...

मोदी-ट्रंप के सार्थक संवाद से क्या राह बदलेगी?...

नई दिल्ली में भारत-अमेरिकी व्यापार वार्ता की बाधाओं को दूर करने पर दोनों पक्षों के बीच सकारात्मक बातचीत के दौरान करीब तीन महीने बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फोन करके जन्मदिन की बधाई देते हु...