बीकानेर। गुरु पूर्णिमा महोत्सव 2 राष्ट्रीय कवि चौपाल की 524 वीं कड़ी *बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताय* को समर्पित रही, इस विशिष्ट सरस्वती सभा में शिव मठ के महन्त जी महाराज *स्वामी विमर्शानन्द जी महाराज, डॉ कृष्ण लाल विश्नोई, डॉ गौरव जी बिस्सा एवं मती स्नेहा जी पारीक* आदि मंच सुशोभित हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्थानी भाषा के वरिष्ठ साहित्यकार दोहा सम्राट डॉ कृष्ण लाल विश्नोई ने बलिहारी गुरु आपणे गोविंद दियो बताय का गहन मर्म समझना ही शिष्यत्व है, आज़ के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिथि शिव मठ महंत स्वामी विमर्शानन्द गिरि महाराज ने स्व बौद्धिक में बताया एक मात्र गुरु ही है जो अज्ञान अंधेरे, संशय घनेरे, दुर्गुणों से दूरी बढ़ाते हुए कालजयी प्रभो सान्निध्य बनाए देता है तभी तो भारत वर्ष के अलावा आज़ तक विश्व गुरु बनने का स्वप्न भी नहीं देख सकता यानी भारत आज़ भी विश्व गुरु है।
आज के विशिष्ट कार्यक्रम में 18 साहित्य वृंद की सहभागिता रही एवं डॉ शंकर लाल सोनी, बाल मुकुंद मोदी, पुष्पा गुप्ता, सुभाष विश्नोई, सिराजुद्दीन ,परमेश्वर सोनी, घनश्याम सोलंकी, विमला राजपुरोहित ,निसार अहमद, दशरथ सोलंकी, शिव सिंह राठौड़, सीताराम , महबूब अली एवं पीके चढ्ढा सहित आदि कई साहित्यानुरागी श्रोता महानुभावों की उपस्थिति रही। आज के कार्यक्रम का संचालन रामेश्वर साधक ने किया आभार डॉ कृष्ण लाल विश्नोई साहब ने किया।
बीकानेर: राष्ट्रीय कवि चौपाल में ऋषि संत गुरुजनों का हुआ सम्मान, अर्जुन की तरह शरणागत शिष्य का ही कल्याण संभव है
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