राजस्थान में हो गया बड़ा खेला: भाजपा 14 तो इंडिया गठबंधन 11 पर जीता

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-पिछले दो बार से कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई

जयपुर । 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आए मगर सबसे दिलचस्प नतीजा राजस्थान का रहा राजस्थान में 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव के अंदर कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी जबकि 2018 के अंदर विधानसभा चुनाव के अंदर प्रदेश में  कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाई थी । मगर 2024 के लोकसभा चुनाव में कुछ और ही होना था कांग्रेस ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गठबंधन के साथ 11 सीटों पर जीत दर्ज की है।
बात करें सबसे पहले तो बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी चुनाव हार गए हैं बाड़मेर से उम्मेदाराम बेनीवाल ने चुनाव जीता है वहीं दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी रहे हैं इसके बाद बात करें तो जोधपुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हैट्रिक बना ली है उन्होंने कांग्रेस के कारण सिंह उचियारड़ा को  चुनाव हराया है।
हालांकि जीत का अंतर ज्यादा बड़ा नहीं रहा मगर गजेंद्र सिंह शेखावत ने तीसरी बार जोधपुर सीट से चुनाव जीता है वही बात करें जालौर सीट से तो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत बीजेपी के लुंबा राम के सामने टिक नहीं पाए वे यह लगातार दूसरा लोकसभा चुनाव हार गए इससे पहले वैभव गहलोत जोधपुर से चुनाव लड़े थे और हार गए थे वहीं वैभव गहलोत के प्रचार में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत तमाम बड़े नेता जीत दिलाने में लगे हुए थे मगर वैभव गहलोत की किस्मत इस बार भी नहीं चली और वह चुनाव हार गए।
बात करें चूरू की तो बीजेपी के सांसद राहुल कस्बा का टिकट कट जाने के बाद उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन करी और कांग्रेस ने उनका टिकट दिया सियासी फिजाएं कुछ और ही कह रही थी राहुल कस्बा ने राजेंद्र राठौड़ पर टिकट कटवाने का आरोप लगाकर चुनाव को एक अलग ही अंदाज दे दिया वहीं विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजेंद्र राठौड़ के खिलाफ खूब बयान बाजी भी करी यह कारण रहा कि लोकसभा चुनाव से पहले उनका टिकट कट गया और देवेंद्र झाझरिया को नए चेहरे के रूप में उतारा ,  मगर कस्बा परिवार का दबदबा भयंकर है ऐसे में राहुल कस्बा को टिकट कांग्रेस ने दिया और उन्होंने अपना बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चुनाव जीत लिया। वही बात करें तो कोटा लोकसभा क्षेत्र की तो कोटा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला तीसरी बार जीत हासिल कर पाए उन्होंने भाजपा के बागी प्रहलाद गुंजल जिन्होंने कांग्रेस ऍन टाइम पर ज्वाइन की उनको मात दे दी है ,बिरला की जीत के पीछे शहरी वोटर पर उनकी पकड़ भी एक बड़ा कारण बता रही है वही कांग्रेस में आए प्रहलाद गुंजल को कांग्रेस के एकजुट ने स्वीकार नहीं किया भीतरघात भी गुंजल का एक बड़े हार का कारण रहा है।
बात करें बीकानेर की तो बीकानेर में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राज मेघवाल ने जीत दर्ज कर ली है उन्होंने कांग्रेस के गोविंद राम मेघवाल को 55711 वोटो से मात दी है। इसके अलावा जयपुर शहर से मंजू शर्मा बीजेपी की ने प्रताप सिंह खाचरियावास को 331 767 वोटो से हराया है । हालांकि मार्जिन काफी कम रहा है दो बार के चुनाव में यहां पर भाजपा ने 5 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल करी थी मगर इस बार ऐसा नहीं हुआ है वही बात करें अलवर की तो अलवर में बीजेपी उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने जीत दर्ज करी है उन्होंने कांग्रेस के ललित यादव को 48282 वोटो से हराया है।
बात करें अजमेर की तो अजमेर में सांसद भागीरथ चौधरी ने चुनाव जीत लिया है उन्होंने कांग्रेस के रामचंद्र चौधरी को 329991 वोटो से हराया है भागीरथ चौधरी को 2023 के विधानसभा चुनाव में किशनगढ़ से टिकट मिला था विधायक का मगर वह तीसरे नंबर पर रहे थे और हार गए थे ऐसे में जब उनका टिकट दिया गया तब भारी विरोध चल रहा था मगर उनकी इस जीत से सभी बातें खत्म हो गई है. बात करें पाली की तो पाली में भाजपा सांसद पीपी चौधरी ने जीत की हैट्रिक लगा दी है उन्होंने कांग्रेस की संगीता बेनीवाल को 245351 वोटो से हराया है। इसके अलावा उदयपुर से बीजेपी के मन्नालाल रावत ने चुनाव जीत लिया है उन्होंने कांग्रेस के ताराचंद मीना को 261608 वोटो से हराया है। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी चित्तौड़गढ़ से चुनाव जीत गए हैं उन्होंने कांग्रेस के उदयलाल आंजना को 390000 वोटो के भारी अंतर से चुनाव हराया है। वही राजसमंद से महिमा कुमारी मेवाड चुनाव जीत गई हैं उन्होंने कांग्रेस के दामोदर गुर्जर को 3 लाख 92223 वोटो से हराया है जो की एक बड़ा अंतर है वही भीलवाड़ा में बीजेपी के दामोदर अग्रवाल ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी को 354606 वोटो से हराया है सीपी जोशी की विधानसभा चुनाव में हार के बाद यह एक और बड़ी हार है।  वही झालावाड़ से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह ने भी ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली है उन्होंने कांग्रेस की उर्मिला जैन भाया को 370900 वोटो से शिकस्त दी है। वही बात करें गंगानगर से तो गंगानगर से कुलदीप इंदौरा ने जीत दर्ज करी है उन्होंने भाजपा की प्रियंका मेघवाल को 88153 वोटो से हराया है। झुंझुनू जो कि हमेशा कांग्रेस की सीट रही है मगर पिछले दो बार से बीजेपी के खाते में जाती रही है वहीं इस बार झुंझुनू से पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला को कांग्रेस ने टिकट दिया था उन्होंने भाजपा के शुभकरण चौधरी को मात्र 18235 वोटो से हराया है इसके अलावा भरतपुर से कांग्रेस की संजना जाटव ने भाजपा के रामस्वरूप कोहली को हराया है संजना ने कोली  को 51983 वोटो से हराया है वही धौलपुर से पूर्व मंत्री कांग्रेस के भजनलाल जाटव ने बीजेपी की इंदु देवी को 98945 वोटो से हराया है। वही दौसा से जो की मानी जा रही थी कि कांग्रेस के पास जाएगी यह सीट वहां पर भी कांग्रेस को जबरदस्त जीत हासिल हुई है कांग्रेस के मुरारीलाल मीणा ने बीजेपी के कन्हैयालाल मीणा को 237340 वोटो से हराया है जो की एक बड़ा अंतर है वही बात करें टोंक सवाईमाधोपुर से तो कांग्रेस के हरिश्चंद्र मीणा ने बीजेपी के सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया को 64950 वोटो से हराया है। बात करें सीकर सीट की तो कम्युनिस्ट  पार्टी यानी कि सीपीआई  के अमराराम ने यहां पर जीत दर्ज करी है इंडिया गठबंधन के अमराराम ने यहां पर भाजपा के सुमेधानंद सरस्वती को 72896 वोटो से हराया है। बात करें बांसवाड़ा की तो बांसवाड़ा लोकसभा सीट से भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोहट ने बीजेपी के महेंद्रजीत सिंह मालवीय को दो 27000 वोटो से हराया है महेंद्रजीत सिंह मालवीय गहलोत सरकार में मंत्री थे और 2023 के विधानसभा चुनाव में हुए बागी दौरा विधानसभा सीट से विधायक बने थे मगर लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और बीजेपी ज्वाइन कर ली बीजेपी ने उन्हें बांसवाड़ा डूंगरपुर से लोकसभा का अपना उम्मीदवार बनाया था मगर उन्होंने विधायक की से भी इस्तीफा दे दिया था पहले ही, उनको उम्मीद थी कि वह लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर लेंगे मगर यहां पर उनकी करारी हार हो गई है ऐसे में उनकी स्थिति ना घर के रहे ना घाट के जैसी हो गई है। वही सबसे दिलचस्प सीट  नागौर की है जहां पर इंडिया गठबंधन की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी की ज्योति मिर्धा को चुनाव हार दिया हनुमान बेनीवाल ने मृदा को 42225 वोटो से हराया है।
वही बात करें तो जयपुर ग्रामीण की तो यहां पर सबसे कम अंतर में बीजेपी ने जीत हासिल करी है यहां पर भाजपा के राव राजेंद्र सिंह ने कांग्रेस के अनिल चोपड़ा को मात्र 1615 मतों से हराया है। नतीजे आने के बाद 2 घंटे तक रिजल्ट को रोका गया था क्योंकि बार-बार चोपड़ा रिकाउंटिंग की बात कर रहे थे।

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