भिनाय। उपखंड मुख्यालय भिनाय का प्रमुख मुख्य बस स्टैंड चौराहा अपनी क्षतिग्रस्त व दुर्दशाग्रस्त स्थिति से वर्तमान हालात में दुर्घटना जोन बन गया है। रविवार को बस स्टैंड स्थित चौराहे के खड्डे में एक चार पहिया वाहन पिक खड्डों में फस गया। जिसे बड़ी मुश्किल से एक ट्रैक्टर ट्राली से धक्का लगवा कर खड्डे से बाहर निकाल। वहीं दिन भर दुपहिया वाहन सवार इन खड्डों में गिर कर चोटिल होते रहे। ग्रामीणों द्वारा कई बार पंचायत प्रशासन व सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को शिकायत के बावजूद समस्या का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। ज्ञातव्य रहे कि अजमेर जिले का ओर देश दुनिया में प्रसिद्ध बगड़ावत देवनारायण महागाथा सम्बंधित प्राचीन ओर ऐतिहासिक धरोहरों युक्त समृद्ध इतिहास समेटे हुए भिनाय उपखंड मुख्यालय पर स्थित ठिकाने एवं राज परिवार के समय पर निर्मित कस्बे के प्रमुख मुख्य व विशाल भव्य प्रवेश द्वार के सम्मुख चौराहे यानि चार दिशाओं की ओर भिन्न भिन्न गंतव्य स्थानो की ओर जाने वाले इस केन्द्र बिन्दु भिनाय चौराहे की पीड़ा, क्षतिग्रस्त, दुर्दशाग्रस्त, बदतर से बद्तर हालातों की मूक व्यथा जग जाहिर है। इस चौराहे पर कस्बे का प्रमुख मुख्य निकासी मार्ग प्रवेश द्वार होने सहित ब्यावर – केकड़ी सड़क मार्ग मय बिजयनगर सड़क मार्ग की ओर से यहां दिन रात राहगीरों,टू व्हीलर्स, फ़ोर व्हीलर्स व इससे भी अधिक बड़े भारी वाहनों की निरंतर आवाजाही बनें रहने के कारण पूर्व में निर्मित गुणवत्ता विहिन सीमेंटेड सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी। सड़क उखड़ कर बड़े बड़े गड्ढे बन गये। वर्तमान में दिन रात आवाजाही के कारण सड़क उखड़ने, सड़क क्षतिग्रस्त होने व सड़क में दरारें पड़ने मय सड़क पर बने गड्ढे बड़ा रूप लेते जा रहें हैं। यही नहीं इस चौराहे पर कस्बे के गन्दे पानी के निकास वाले नाले पर लगी लोहे की भारी जाली भी अस्त व्यस्त होकर उबड़-खाबड़ रूप स्वरूप में परिणत होती जा रही है। बहरहाल, उबड़-खाबड़, क्षतिग्रस्त, दुर्दशाग्रस्त, बदहाल इस चौराहे पर राहगीरों व टू व्हीलर्स के गिरने पड़ने, चोटिल होने व दुर्घटनाग्रस्त होने की घटनाएं प्रत्यक्ष रूप से अपनी आंखों से देखा जा सकता है। साथ ही वर्तमान वर्षा ऋतु में बरसात होने से इस चौराहे पर जल भराव भी हो रखा है। जिससे आवाजाही भी अत्यंत ही दुश्वार हो गयी है ओर इस बदतर हालातो के चलते चौराहे पर आवाजाही करने वालों के संग साथ चौराहे पर अवस्थित दुकान मय यहां के दुकानदारों व ग्राहकों को भी भारी कठिनाई, परेशानी व असुविधा उठानी पड़ रही है। इस मुख्य प्रवेश द्वार के भीतर मोती चौक सहित मुख्य महावीर बाजार व खटीक मौहल्ले एवं आचार्य मौहल्ले की तरफ जाने वाली करीब 100 मीटर तक सीमेंटेड सड़क टूटी फूटी, उबड़ ,खाबड़ व क्षतिग्रस्त हालात में प्रत्यक्ष देखीं जा सकती है। यहां उल्लेखनीय है कि कस्बे के इस प्रमुख मुख्य ” चौराहे ” पर रोजाना अक्सर जाम लगने के हालात भी बन रहें हैं। यहां बेतरतीब टू व्हीलर्स व फ़ोर व्हीलर्स मनमाने ढंग से अस्त व्यस्त स्थिति में खड़े कर दिए जाते हैं। चूंकि, यहां प्रशासनिक अंकुश, कंट्रोल व मानिटरिंग नहीं होने से यहां अक्सर स्वच्छंदता का माहौल देखा जाता है। भिनाय कस्बे के उक्त प्रमुख मुख्य चौराहे पर से बेजुबान आमजन स्थानीय प्रशासन व जन प्रतिनिधियों को आवाजाही के दौरान भला बुरा कहकर कोस रही है। स्थानीय ग्राम पंचायत प्रशासन की उपेक्षा के साथ सार्वजनिक निर्माण विभाग यानि कि पीडब्ल्यूडी प्रशासन द्वारा भी उक्त चौराहे के एमडीआर- 74 नम्बर की श्रैणी वाले बांदनवाड़ा से नागोला सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त व दुर्दशाग्रस्त हालातों के लिए स्पष्ट रूप से सीधे सीधे जिम्मेदार है। स्थानीय निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को तो उक्त जनहित सम्बंधित मैटर को लेकर फिलहाल कोई सरोकार ही नहीं है। साथ ही उपखंड मुख्यालय पर स्थित स्थापित सरकारी कार्यालयो व विभागों में नियुक्त अधिकारीगण,जो अक्सर इस बदतर चौराहे से सरकारी कार्य वश सरकारी फोर व्हीलर्स में आवाजाही करते हैं। इनको भी स्थानीय प्रशासन पर अविलम्ब दबाव बनाकर मय सख्त निर्देश देकर दुर्घटना जोन बनते जा रहे भिनाय चौराहे के बदतर हालातो को सुधारने में अपना योगदान देकर अपनी कर्तव्यनिष्ठा, कर्मठता व सजगता का परिचय देना चाहिए।

भिनाय का मुख्य बस स्टैंड बना दुर्घटना जोन
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