नई दिल्ली। मुंबई एयरपोर्ट पर 25 किलो सोने की तस्करी करते पकड़ी गई अफगानी डिप्लोमैट ने इस्तीफा दे दिया है। दरअसल, 25 अप्रैल को डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) विभाग ने भारत में मौजूद अफगानिस्तान की कॉन्सुल जनरल जाकिया वर्दाक को 1-1 किलो के सोने के 25 बार्स के साथ पकड़ा था।
वे इन्हें दुबई से भारत लाई थीं। इस मामले की जानकारी शुक्रवार (03 मई) सामने आई। वर्दाक के पास सोने की वैधता साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं थे। हालांकि, डिप्लोमैटिक इम्यूनिटी की वजह से उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका था।
शनिवार को इस्तीफे की घोषणा करते हुए वर्दाक ने कहा, “पिछले एक साल में मैंने अपने खिलाफ कई निजी हमलों को झेला है। मेरी और मेरे परिवार की अवमानना की गई। इसकी वजह से मेरे काम पर असर पड़ता है। यह अफगानिस्तान में महिलाओं की खराब हालत का सबूत है।”
‘यह मुझे बदनाम करने की साजिश’
वर्दाक ने आगे कहा, “मैं इन हमलों को और बर्दाश्त नहीं कर सकती। यह मुझे बदनाम करने और मेरी कोशिशों को विफल करने का हिस्सा है। अफगानिस्तान की इकलौती महिला डिप्लोमैट को टारगेट किया जा रहा है। मैं उम्मीद करती हूं कि एक दिन ऐसा आएगा जब महिलाओं की लीडरशिप का सम्मान होगा।”
25 अप्रैल को वर्दाक शाम की एक फ्लाइट से दुबई से मुंबई आई थीं। उनके साथ उनका बेटा भी था। दोनों ने एयरपोर्ट से बाहर निकलने के लिए ग्रीन चैनल का इस्तेमाल किया था। इसका मतलब होता है कि उनके पास ऐसा कोई सामान नहीं है, जो कस्टम डिपार्टमेंट को चेक कराना जरूरी हो। एग्जिट गेट पर DRI के अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया।
जाकिया और उनके बेटे के पास 5 ट्रॉली बैग, एक हैंड बैग, एक स्लिंग बैग और एक नेक पिलो था। डिप्लोमैट होने की वजह से उनके बैगेज पर कोई टैग या मार्क नहीं लगा था। DRI अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की लेकिन उसमें सोना नहीं मिला।