बूंदी। आत्मा योजना के तहत जिले के 90 प्रगतिशील किसानों के दल को अंतर-राज्य और राज्य-स्तरीय प्रशिक्षण के लिए रवाना किया गया। इन प्रशिक्षणों का मुख्य उद्देश्य किसानों को कृषि और पशुपालन की नवीनतम तकनीकों से अवगत कराना है, ताकि वे अपनी आय बढ़ा सकें। उप निदेषक कृशि एवं पदेन परियोजना निदेषक आत्मा कौशल कुमार सोमानी ने बताया कि एक दल को सात दिवसीय प्रशिक्षण के लिए आनन्द कृषि विश्वविद्यालय, गुजरात भेजा गया है। यह दल पशुधन विकास और डेयरी प्रबंधन की उन्नत जानकारी प्राप्त करेगा। इसके अलावा, दो अन्य दलों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण के लिए रवाना किया गया है। इनमें से एक दल केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान केंद्र, अविकानगर (टोंक) में बकरी पालन की वैज्ञानिक तकनीकें सीखेगा, जबकि दूसरा दल भारतीय सरसों अनुसंधान संस्थान, सेवर (भरतपुर) में सरसों की उन्नत खेती और प्रसंस्करण के बारे में प्रशिक्षण लेगा। इन दलों में जिले की सभी पंचायत समितियों के किसानों को शामिल किया गया है। प्रशिक्षण यात्रा को संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) कौशल कुमार सोमानी और सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) राजेश कुमार शर्मा ने अन्य अधिकारियों के साथ हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि किसान इस अवसर का लाभ उठाकर नई तकनीकें सीखेंगे और उन्हें अपने खेतों में अपनाएंगे। प्रशिक्षण दलों का नेतृत्व आत्मा के उप परियोजना निदेशक सुरेश कुमार मीणा, सहायक कृषि अधिकारी रोडूलाल वर्मा और कृषि पर्यवेक्षक मनोज साहु कर रहे हैं।

बूंदी : उन्नत तकनीक सीखने बूंदी के 90 किसान गुजरात और अन्य संस्थानों के लिए रवाना
ram