जयपुर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में 17 सितंबर (बुधवार) से प्रदेशभर की ग्राम पंचायतों में जनहित और विकास से जुड़े कार्यों द्वारा आमजन को राहत पहुंचाने के लिए ग्रामीण सेवा शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान गांव-गांव में साफ-सफाई, आधारभूत सुविधाओं का विस्तार और आमजन को योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर विशेष जोर दिया जाएगा। साथ ही, सहकारिता से समृद्धि को साकार रूप देने के लिए सहकार सदस्यता अभियान भी शुरू किया जाएगा। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शिविरों का आयोजन सप्ताह के प्रत्येक गुरूवार, शुक्रवार और शनिवार को प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक किया जाएगा। प्रतिदिन पंचायत समिति की 2 ग्राम पंचायतों में शिविरों का आयोजन किया जाएगा और प्रत्येक पंचायत समिति की प्रत्येक ग्राम पंचायत में शिविर का आयोजन होने तक अभियान जारी रहेगा। राज्य सरकार द्वारा 2 अक्टूबर 2025 से आयोजित होने वाले सहकार सदस्यता अभियान के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित होने वाले शिविरों का आयोजन भी ग्रामीण सेवा शिविरों के साथ ही किया जाएगा। अभियान की शुरूआत के पहले सप्ताह में बुधवार को भी शिविर आयोजित किये जाएंगे। राजस्व विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री दिनेश कुमार ने बताया कि जिला स्तर पर अभियान की तैयारी, क्रियान्वयन, मॉनिटरिंग एवं समीक्षा की सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला कलक्टर की होगी। एक तिथि पर एक पंचायत समिति की दो नजदीक स्थित ग्राम पंचायतों पर शिविर का आयोजन किया जाएगा, ताकि पर्यवेक्षण में सुविधा रहे। प्रत्येक शिविर हेतु जिला कलक्टर द्वारा शिविर प्रभारी एवं सहायक शिविर प्रभारी अधिकारी की नियुक्ति की जायेगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इन शिविरों में आकर लाभान्वित हों। ग्रामीणों को अपने कार्य करवाने के लिए अपना काम छोड़कर शहर जाकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ें। उन्हें घर बैठे सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।
उन्होने बताया कि जो भी व्यक्ति काम के लिये शिविर में आएगा, उसका काम उसी दिन प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा। यदि उसी दिन काम पूरा नहीं हो पाता है तो विभागवार इसकी सूची बनाकर समयबद्ध रूप से इसका निस्तारण सुनिश्चित किया जाएगा। शिविर के शुरू होने से शिविर की समाप्ति तक अभियान से संबंधित समस्त विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारियों की शिविर में उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। जिला प्रभारी सचिव अभियान की अवधि के दौरान अपने प्रभार क्षेत्र में दो बार जाकर शिविरों का निरीक्षण करेंगे। ग्रामीण सेवा शिविरों के अंतर्गत स्वास्थ्य शिविर, यू.आई.डी. कार्ड वितरण तथा पशु स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। विधायक, सांसद स्थानीय क्षेत्र कार्यक्रम तथा क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम (जैसे डांग, मगरा, मेवात इत्यादि) के तहत उपलब्ध राशि के माध्यम से स्कूलों इत्यादि की मरम्मत हेतु स्वीकृतियां एवं कार्य किए जाएंगे। अभियान में आपसी सहमति से विभाजन, नोटिसों की तामील, रास्ते खोलना, नामांकरण आदि भूमि संबंधी प्रकरणों का निस्तारण करते हुए आमजन को मौके पर ही राहत प्रदान की जाएगी। साथ ही अभियान में स्वामित्व योजना के तहत पट्टों हेतु आवेदन, स्वीकृतियां एवं वितरण, दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना के तहत 10 हजार और गांवों में बीपीएल परिवारों का सर्वे किया जाएगा। इसके अलावा बिजली तारों के रखरखाव, बीज मिनी किट वितरण, स्वच्छता एवं वृक्षारोपण, मूल निवास व जाति प्रमाण पत्र बनाने, लम्बित फार्मर रजिस्ट्री को पूर्ण करवाने, किसान गिरदावरी ऐप डाउनलोड करवाने संबंधी कार्य भी किए जाएंगे। जनहानि, पशुहानि एवं मकानों के नुकसान के आवेदन प्राप्त करना एवं स्वीकृतियां जारी करने का कार्य भी इस दौरान किया जाएगा। आमजन राज्य सरकार की विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए भी शिविरों में आवेदन कर सकेंगे।