जयपुर। राजस्थान सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में पूर्व की कांग्रेस सरकार द्वारा दायर एसएलपी वापस लेने के निर्णय से थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में पूर्व सैनिकों की भर्ती का रास्ता साफ होने पर पूर्व सैनिकों ने प्रसन्नता जाहिर की और बड़ी संख्या में सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के निवास पर पहुंचे। यहां पर सैनिकों ने मंत्री कर्नल राज्यवर्धन का फूल माला पहनाकर जोरदारस्वागत अभिनंदन किया और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार व्यक्त किया। इस दौरान कर्नल राज्यवर्धन ने पूर्व सैनिकों के साथ संवाद करते हुए कहा कि फौजियों से मेरा रिश्ता सगे भाइयों से भी गहरा है। आप सबने देश की सेवा वर्दी पहनकर की है, अब शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली पीढ़ी को तैयार करके राष्ट्र निर्माण में योगदान दीजिए, क्योंकि राष्ट्रहित हमेशा सर्वोपरि है। कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार आपके खिलाफ खड़ी रही, लेकिन आपने अनुशासन और धैर्य के साथ संघर्ष किया। आपने कानून के दायरे में रहते हुए लड़ाई लड़ी और सच्चाई की जीत हुई। आज आप सैनिक से अध्यापक बन गए हैं, लेकिन आपके भीतर का सैनिक हमेशा जीवित रहना चाहिए। आप अपने विद्यार्थियों को सिर्फ किताबी ज्ञान तक ही सीमित न रखें, बल्कि उन्हें जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना करने की शिक्षा दें। विद्यार्थियों को यह सिखाएँ कि चाहे कितनी भी चुनौतियाँ आएँ, वे मजबूती से खड़े रहें और राष्ट्र की एकता और अखंडता को प्राथमिकता दें। कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने सैनिकों का मान बढ़ाते हुए वन रैंक वन पेंशन लागू कर सैनिकों को आर्थिक मजबूती दी, त्यौहारों को सैनिकों के बीच मनाकर उनका मनोबल बढ़ाया और सीमाओं पर सेना को खुली छूट दी। यह केंद्र और राज्य दोनों सरकारों की प्रतिबद्धता है कि सैनिकों का सम्मान सर्वोच्च प्राथमिकता है। कर्नल राज्यवर्धन ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल तथा कानून मंत्री जोगाराम पटेल एवं उनकी टीम का विशेष आभार जताया जिन्होंने इस संघर्ष में सहयोग दिया और स्पष्ट किया कि सरकार जब पूर्व सैनिकों के साथ है तो पूर्व सरकार का मुकदमा लड़ने का कोई औचित्य नहीं।

जयपुर: पूर्व सैनिकों को मिला न्याय, थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती का रास्ता साफ : कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़
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