मेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने से पहले मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने फैसलों से लगातार सभी को चौंका रहे हैं। इस बार उन्होंने एच-1 बी वीजा प्रोग्राम को लेकर बड़ा फैसला किया है। बाइडेन प्रशासन ने विशेष कौशल वाले विदेशी श्रमिकों को नियुक्त करने के लिए एच-1बी कार्यक्रम को आसान बना दिया है। होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) ने एच-1बी वीजा कार्यक्रम को आधुनिक बनाने के लिए एक अंतिम नियम की घोषणा की है, जिससे अमेरिकी कंपनियां महत्वपूर्ण नौकरी रिक्तियों को अधिक प्रभावी ढंग से भरने में सक्षम हो सकेंगी।
अद्यतन नियम 17 जनवरी, 2025 को प्रभावी होगा। ये अनुमोदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगा, नियोक्ताओं को शीर्ष प्रतिभा को बनाए रखने के लिए अधिक लचीलापन प्रदान करेगा, और कार्यक्रम की अखंडता और निगरानी को मजबूत करेगा। इस कदम से सबसे ज्यादा फायदा भारतीयों को होने की संभावना है।हाल के वर्षों में भारतीयों ने एच-1बी वीजा का बड़ा हिस्सा हथिया लिया है। इस अपडेट से अमेरिका में एफ-1 वीजा पर रहने वाले भारतीय छात्रों को भी फायदा होगा क्योंकि नए नियम उन्हें नौकरियों में स्थानांतरित करने में मदद करेंगे।
अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) के अनुसार, इन परिवर्तनों का उद्देश्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में श्रम आवश्यकताओं को संबोधित करना और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बढ़ाना है। होमलैंड सिक्योरिटी के सचिव एलेजांद्रो एन मयोरकास ने कहा कि अमेरिकी व्यवसाय अत्यधिक कुशल प्रतिभाओं की भर्ती के लिए एच-1बी वीजा कार्यक्रम पर भरोसा करते हैं, जिससे देश भर के समुदायों को लाभ होता है।