प्रदेश के कई शहरों में तापमान 50 डिग्री को क्रॉस कर चुका है पूरा प्रदेश हिट वेव में फंसा हुआ है पानी की किल्लत होने लगी है बिजली की किल्लत भी शुरू हो चुकी है हर जगह पावर कट चल रहा है हमारे प्रदेश के बांध और तालाबों का जलस्तर बहुत तेजी से गिर रहा है एक तो तापमान ज्यादा होने से पानी भाप बनकर उड़ रहा है वही पानी की खपत
बहुत बढ़ गई है।
पिछले दिनों राज्य यह जलदाय मंत्री ने लोगों को पानी की हो रही किल्लत पर कहा कि वह कोई बालाजी नहीं जो फूंक मारेंगे और पानी आ जाएगा जितना प्रदेश में जल का भंडारण है उसी हिसाब से पानी का एडजस्टमेंट किया जाएगा ।इस बात को लेकर सरकार की बहुत किरकिरी हुई विपक्ष ने भी सरकार पर हमला कर दिया । कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तो राज्यपाल के पास पहुंच गए की व्यवस्था करें और जनता को पानी और बिजली की हो रही समस्या से निजात दिलाए। मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत ने कहा कि मंत्री को मुख्यमंत्री से मिलकर उनका विभाग बदल देने का आग्रह करना चाहिए।
इन सब बातों को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल ने चुनाव प्रचार से फ्री होते ही गुरुवार को मोर्चा संभाल लिया। वे जलदाय विभाग के दो पंप स्टेशन पर पहुंचे जहां उन्होंने प्रदेश की सभी तालाब और बांधों की पानी की स्थिति को कंप्यूटर पर देखा ऑनलाइन सिस्टम को समझा जलापूर्ति के बारे में जानकारी ली बाद में उन्होंने बिजली और जलदाय विभाग के अधिकारियों की अलग-अलग बैठक लेकर निर्देश दिए कि आम जन को हर तरह से राहत दी जाए।
मुख्यमंत्री और सभी मंत्रियों की जिम्मेदारी है कि इस प्राकृतिक आपदा के समय मिलकर काम करें लेकिन सत्ता से जुड़े लोग ही मुख्यमंत्री और सरकार को बदनाम करने किस चेष्टा की कर रहे हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि मुख्यमंत्री की सक्रियता के बाद सभी मंत्री भी सक्रिय होंगे अधिकारी भी सक्रिय होंगे।

सीएम ने संभाला मोर्चा
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