ओडिशा का नबरंगपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र भारत की चुनावी राजनीति में अपने महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस सीट पर इस बार काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। बता दें कि इस सीट पर बीजू जनता दल का कब्जा है। वहीं भारतीय जनता पार्टी अभी भी तीसरा स्थान रखती है। इस सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेडी के बीच देखने को मिलता है। इस बार नबरंगपुर जिले में होने वाले विधानसभा चुनाव में बुआ-भतीजे के बीच मुकाबला होने वाला है।
बता दें कि बीजू जनता दल ने नबरंगपुर विधानसभा सीट से बुआ कौशल्या प्रधान को चुनावी रण में उतारा है, तो वहीं उनके भतीजे दिलीप उसी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप का कहना है कि यह लड़ाई बुआ-भतीजे के बीच नहीं बल्कि दो पार्टियों के बीच है। इस चुनाव का असर उनके पारिवारिक रिश्ते को तनिक भी प्रभावित नहीं करेगा। वहीं राजनीति में परिवार के सदस्यों का एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी कई ऐसे चुनाव देखे गए हैं, जिनमें परिवार के सदस्य एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव में खड़े हुए हैं।
नबरंगपुर विधानसभा सीट एसटी वर्ग की विधानसभा सीट है। पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो साल 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से बीजेडी ने जीत हासिल की थी। पिछले चुनाव में बीजेडी प्रत्याशी सदाशिव प्रधानी ने जीत हासिल की थी। वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी गौरी शंकर माझी दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं साल 2024 के विधानसभा चुनाव में यह सीट किसके खाते में जाएगी, यह जनता के समर्थन पर तय करता है।

ओडिशा के नबरंगपुर सीट पर बुआ-भतीजे के बीच मुकाबला, समझिए यहां का समीकरण
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