टोंक। कोरोना की केरल, कर्नाटक, तमिलनाडू एवं महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में बढ़ रही संख्या को मध्यनजर रखते हुए चिकित्सा विभाग द्वारा मंगलवार को मॉकडि़ल कर चिकित्सालयों में कोरोना से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाओं की जांच की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. एस. अग्रवाल ने बताया कि देश में कोविड के नये वैरियन्ट जेएन-1 पाया गया है। अत: यह आवश्यक है कि जिले के चिकित्सा संस्थानों में कोविड-19 रोग की रोकथाम व नियंत्रण हेतु आवश्यक संसाधन, जांच व उपचार सुविधाओं का आंकलन किया जावे, जहां कमियां हो, उसे समय रहते पूरा किया जाये। इसी उद्देश्य को लेकर जिले के अस्पतालों, सीएचसी एवं पीएचसी में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मौके पर अति. जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी ने सआदत अस्पताल टोंक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मालपुरा में तथा एसडीएम टोड़ाराययिंह नेहा मिश्रा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र टोड़ारायसिंह में मॉक ड्रिल का निरिक्षण कर प्रत्येक चिकित्सा संस्थान में टीम का गठन कर चैक लिस्ट के अनुसार चिकित्सा संस्थानों का कोविड-19 की जांच व उपचार हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं का निरीक्षण व आंकलन किया गया। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. महबूब खान ने बताया कि इस मॉक ड्रिल के अन्र्तगत बैड की उपलब्धता, आईसोलेशन, ऑक्सीजन सर्पोटेड उपकरण, आईसीयू, एवं वेंटिलेटर उपकरणों आदि का निरिक्षण किया गया, साथ ही मानव संसाधन, आवश्यकतानुसार सैम्पल-कलेक्शन व ट्रासर्पोटेशन, पीपीई किट, ऑक्सीजन-प्लान्ट ऑपरेशन, ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर, वेन्टीलेटर, रैफरल सुविधा, एम्बूलेंस की उपलब्धता, जांच सुविधाऐं, आरटीपीसीआर लैब, लॉजिस्टिक, आवश्यक दवाईयों, ऑक्सीमीटर, संस्थानों पर स्थापित एवं उपलब्ध ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर, ऑक्सीजन सिलैण्डर, पीएसए प्लॉन्ट, आदि का निरिक्षण किया गया।
कोरोना से निपटने के लिए चिकित्सा विभाग सतर्क, मॉकड्रिल कर परखी व्यवस्थाऐं
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