नई दिल्ली, टेक डेस्क। जब WhatsApp पर नए फीचर जोड़ने की बात आती है तो मेटा तेजी से आगे काम करता दिखता है। हाल ही में, कंपनी ने HD फोटो और वीडियो शेयरिंग, चैट लॉक, शॉर्ट वीडियो मैसेज और बहुत से नए फीचर लॉन्च किए हैं। इस लिस्ट में एक नया नाम-रहित ग्रुप नेमिंग फीचर भी शामिल है। फीचर की घोषणा करते हुए मार्क जुकरबर्ग ने अपने फेसबुक चैनल पर पोस्ट किया कि हम आपको चैट में शामिल होने वाले लोगों के आधार पर नाम देकर WhatsApp ग्रुप शुरू करना आसान बना रहे हैं, जब आपको इसे नाम देने का मन नहीं कर रहा हो।
मगर क्या आपने कभी सोचा है कि वॉट्सऐप पर ग्रुपों का नाम ऑटोमेटिकली कैसे रखा जाता? आज हम आको यहां बताएंगे कि यह कैसे किया जाता है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
इन बातों का रखे ध्यान
ऑटोमेटिक ग्रुप नेमिंग के बारे में आपको हमारे द्वारा बताई गई इन बातों का ध्यान रखना है। यह सुविधा ग्रुप के लिए विचित्र और अनूठे नामों के साथ नहीं आती है।
यह केवल उस यूजर्स का नाम लेता है जो ग्रुप में है।
ग्रुप बनाने में सक्षम होने के लिए यूजर्स को अब ग्रुप नाम दर्ज करने की जरूरत नहीं है।
ये ग्रुप नाम डायनेमिक हैं, इसका मतलब है कि हर प्रतिभागी को ग्रुप नाम का एक अलग वर्जन दिखाई देगा।
यह अधिकतम 6 प्रतिभागियों के साथ काम करता है। कैसे काम करता है ऑटोमेटिक ग्रुप नेमिंग
WhatsApp ऑटोमेटिक ग्रुप नेमिंग सुविधा निर्बाध है। आपको बस एक ग्रुप में लोगों को जोड़ना है और यह ऑटोमेटिकली प्रतिभागी के नाम का उपयोग करके ग्रुप का नाम देगा।
गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए निर्मित, ग्रुप का नाम हर प्रतिभागी के लिए अलग-अलग दिखाई देगा, यह इस बात पर आधारित होगा कि उनके फोन में संपर्क कैसे सहेजे गए हैं।
अगर आपको ऐसे लोगों के साथ ग्रुप में जोड़ा जाता है, जिनके पास आपका कॉन्टेक्ट सेव नहीं है, तो आपका फोन नंबर ग्रुप नाम में दिखाई देगा।

ग्रुप को ऑटोमेटिकली नाम कैसे देता है WhatsApp, यहां जानें कैसे काम करती है टेकनिक
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