लखनऊ । उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे के पास बनने वाली इंटरनेशनल फिल्म सिटी में एक अत्याधुनिक फिल्म इंस्टीट्यूट की स्थापना की जाएगी, जो राज्य के युवाओं, खासकर यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र और इसके आसपास के युवाओं के लिए सुनहरे अवसर लेकर आएगा। इस इंस्टीट्यूट में एक्टिंग, स्क्रिप्ट राइटिंग, एडिटिंग, वीएफएक्स, कैमरा ऑपरेशन, लाइटिंग, फैशन, मीडिया और मास कम्युनिकेशन जैसे विविध कोर्सेज में प्रशिक्षण दिया जाएगा। खास बात यह है कि प्रशिक्षण के बाद युवाओं को फिल्म सिटी में ही रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।
उल्लेखनीय है कि यमुना एक्सप्रेसवे के पास बनने वाली यह इंटरनेशनल फिल्म सिटी 230 एकड़ में पहले चरण के तहत विकसित की जा रही है, जिसमें 1,510 करोड़ रुपये की लागत आएगी।बॉलीवुड के प्रसिद्ध निर्माता बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप के कंसोर्सियम बेव्यू भूटानी फिल्म सिटी प्रा. लि. द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यीडा) के सेक्टर 21 में फिल्म सिटी का निर्माण करने जा रही है। निर्माण के पहले चरण में आगामी तीन साल के अंदर विभिन्न स्टूडियो और फिल्म इंस्टीट्यूट का निर्माण संपन्न होगा। कंपनी के जीएम राजीव अरोड़ा ने बताया कि यह फिल्म इंस्टीट्यूट अपनी तरह का अनोखा होगा। पहले चरण में 3 लाख स्क्वायर फीट क्षेत्र में इसका निर्माण किया जाएगा।
इंस्टीट्यूट में आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित कक्षाएं, स्टूडियो, एडिटिंग सुइट्स और वीआर लैब होंगे। छात्रों को वास्तविक फिल्म परियोजनाओं पर काम करने का अनुभव प्रदान किया जाएगा, साथ ही नवीनतम फिल्म तकनीकों तक उनकी पहुंच सुनिश्चित की जाएगी।राजीव अरोड़ा ने कहा कि इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण और रोजगार दोनों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। खास तौर पर यमुना एक्सप्रेसवे और इसके आसपास के क्षेत्रों के युवाओं को पहली वरीयता मिलेगी, जबकि उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों के युवा भी लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि मुंबई से स्टाफ लाने की तुलना में स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार देना अधिक किफायती होगा, जिससे फिल्म सिटी में ही स्टूडियो, प्रोडक्शन और अन्य क्षेत्रों में नौकरियां सृजित होंगी।