बून्दी। विकसित राजस्थान – 2047 का डॉक्यूमेंट तैयार करने के लिए कृषि, उद्यानिकी, कृषि विपणन, पशुपालन, डेयरी एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों, किसानों व विभिन्न हितधारकों से चर्चा कर सुझाव प्राप्त करने के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन सब्जी उत्कृष्टता केंद्र के सभागार में जिला प्रमुख चन्द्रावती कंवर की अध्यक्षता में किया गया। मुख्य अतिथि अतिरिक्त निदेशक कृषि (अनु.), कृषि आयुक्तालय राजस्थान एच.एस. मीना, कार्यशाला के प्रभारी एवं अतिरिक्त निदेशक कृषि (वि.), कोटा खण्ड कोटा अशोक कुमार शर्मा रहे।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक महेश कुमार शर्मा ने ‘‘विकसित राजस्थान 2047‘‘ एवं विभागीय योजनाओं के संदर्भ में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उप निदेशक उद्यान राधेश्याम मीना ने उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं भविष्य में उद्यान के क्षेत्र में आवश्यक सुधारों के बारे में जानकारी प्रदान की। जिला मत्स्य अधिकारी डॉ0 लखन लाल मीणा द्वारा जल कृषि, मत्स्य पालन की तकनीकों एवं मत्स्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। कार्यशाला में तत्पश्चात् भविष्य में कृषि के क्षेत्र में सुधार के लिए सभी से सुझाव मांगे गये, जिनमें मुख्य रूप से जैविक खेती , समन्वित कृषि , फसल अवशेष प्रबंधन एवं सूक्ष्म सिंचाई के संबंध में सुझाव प्राप्त हुये। जिनकों संकलित कर कृषि आयुक्तालय राजस्थान, जयपुर को भिजवाया गया।
कृषि विभाग द्वारा विकसित राजस्थान-2047 के अन्तर्गत हुआ कार्यशाला का आयोजन
ram