श्रीगंगानगर। दी गंगानगर केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रधान कार्यालय में मंगलवार को अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के उपलक्ष्य में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गंगानगर केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रबन्ध निदेशक संजय गर्ग ने बेहतर विश्व के निर्माण में सहकारिता की भूमिका को रेखांकित करते हुए बताया कि यूनाइटेड नेशन (यू.एन.) ने वर्ष 2025 को अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया है। साल भर में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जन-जन तक सहकारिता के उद्देश्यों का प्रचार किया जाएगा और अधिकाधिक लोगों को सहकारिता से जोड़ते हुए लाभान्वित किया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता खण्डीय अतिरिक्त रजिस्ट्रार, सहकारिता विभाग, खण्ड बीकानेर श्री राजेश टाक ने सहकारी अधिनियम, नियम एवं उपनियमों की विस्तार से व्याख्या करते हुए इसके महत्व एवं उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नये को-ऑपरेटिव कोड में, अधिनियम को संशोधित करते हुए कई आवश्यक प्रावधान प्रस्तावित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय द्वारा राज्यों को पैक्स के मॉडल बायलाज भेजे गए थे, जिन्हें राजस्थान के सहकारी अधिनियम, नियम के अनुरूप संशोधित कर नये बायलाज जारी कर दिए गए है।
उन्होंने कहा कि इससे राजस्थान में कार्यरत प्राथमिक कृषि ऋण समिति (पैक्स) और वृहदाकार बहुउद्देशीय प्राथमिक सोसायटी (लैम्पस) के स्थान पर अब बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि साख समितियां (एम-पैक्स) बन गयी है। ये एम-पैक्स अब अल्पकालीन ऋण वितरण एवं कृषि आदान विक्रय के साथ डेयरी, मछलीपालन, बैंक मित्र, कॉमन सर्विस सेंटर, गैस एजेंसी, पैट्रोल पम्प सहित 54 प्रकार के काम कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि सहकारी प्रतिनिधियों को अपने अधिकारों के साथ-साथ दायित्वों की भी स्पष्ट जानकारी हो, इसके लिए उपनियमों में स्पष्ट व्याख्या की गई है।
उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां श्रीगंगानगर दीपक कुक्कड़ ने अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस पर भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन और राज्य स्तर एवं जिला स्तर पर गठित कमेटियों की जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष भर में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का कलैण्डर जारी कर दिया गया है। इसके अलावा श्रीगंगानगर में महिला दिवस और उपभोक्ता दिवस पर भी अलग से कार्यक्रम करवाया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने सभी सहकारजनों से आग्रह किया कि वे एनसीडी पोर्टल को प्रतिदिन अध्ययन करें, जहां सहकारिता सम्बन्धी पूर्ण जानकारी उपलब्ध है।
कार्यक्रम को नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक अमरजीत सिंह, श्रीकरणपुर क्रय-विक्रय सहकारी समिति के अध्यक्ष श्री लखविन्द्र सिंह लखियां ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में उप रजिस्ट्रार, अनूपगढ़ प्रियंका जांगिड़, विशेष लेखा परीक्षक श्री अमिताभ दिवाकर, बैंक के अधिशाषी अधिकारी एवं अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी श्री भैरूसिंह पालावत, श्रीगंगानगर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भण्डार के महाप्रबन्धक सूर्यकान्त भी मंचस्थ रहे। कार्यक्रम में सहकारिता विभाग और सहकारी बैंक के अधिकारी, कर्मचारी एवं सहकारी जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। मंच संचालन वरिष्ठ प्रबन्धक शिप्रा बहल ने किया।
कार्यक्रम के दूसरे भाग में खण्डीय अतिरिक्त रजिस्ट्रार राजेश टाक ने प्रतिभागियों को अधिनियम अन्तर्गत जांच बाबत तकनीकी मार्गदर्शन दिया। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत में समस्त अतिथियों ने अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के लोगो एवं प्रचार सामग्री का विमोचन किया।