जमवारामगढ़। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जमवारामगढ़ में रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण केंद्र एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार दिनांक 17 अक्टूबर को राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता तथा आत्मरक्षा तकनीक पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश चंद मीणा के छात्रों को प्रेरणादायक उद्बोधन के साथ हुआ।उन्होंने साइबर क्राइम एवं छात्राओं को आत्मरक्षा की महत्ता व उद्देश्य से अवगत कराया। रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण केंद्र की संयोजक प्रोफेसर शेहमा खान ने छात्राओं को प्रशिक्षण हेतु उत्साह पूर्वक भाग लेने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए सशक्त एवं सक्षम होना आवश्यक है। प्रोफेसर राजेश आर्य ने साइबर सुरक्षा के संदर्भ में उदबोधन देते हुए औरों को भी जागरूक करने की बात कही ।छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए अपनी शारीरिक शक्ति बढ़ाने हेतु प्रशिक्षण का लाभ उठाने,आत्म बल मजबूत करने पर बल दिया। इसी क्रम में महिला ट्रेनर श्रीमती आशा व साधी जी द्वारा मूल आत्मरक्षा तकनीके जैसे पंच-नाक, ठोढी व चेहरे पर छोटे-छोटे तेज झटका के साथ तेज पच , विरोधी के संतुलन को भंग करने हेतु एवं पीछे धकेलना के लिए फ्रंट किक , व कोनी से हमले को रोकने का प्रशिक्षण दिया ।इसके पश्चात सभी छात्राओं ने इन सभी क्रियोओ का अभ्यास भी किया । रानी लक्ष्मीबाई प्रशिक्षण समिति की सदस्य डॉ नीलम व पूजा रोनीजा ने छात्राओं को शारीरिक सशक्तिकरण हेतु महाविद्यालय उद्यान परिसर में दौड़ लगावाई । कार्यक्रम में वरिष्ठ संकाय सदस्य प्रोफेसर मनोज गौतम , प्रोफेसर शिवकुमार मीणा, डॉ सत्यनारायण मीणा डॉ रामेश्वरी मीणा एवं अन्य संकाय सदस्य कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

जमवारामगढ़ : साइबर सुरक्षा जागरूकता व आत्मरक्षा पर कार्यशाला का आयोजन
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