जयपुर। राजस्थान में जल्द ही मानसून की गतिविधियाँ तेज होने की उम्मीद है, जिससे आगामी दिनों में तापमान में गिरावट और गरज-चमक के साथ बारिश देखने को मिलेगी। वर्तमान में, दक्षिणी राजस्थान के ऊपर एक परिसंचरण तंत्र सक्रिय है, जो बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाओं को मजबूत कर रहा है। यह स्थिति अगले कुछ दिनों में मानसून को पूर्वी और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ प्रदान कर रही है। आज, 13 जून को, उदयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग के कुछ हिस्सों में दोपहर बाद तेज आंधी-बारिश की प्रबल संभावना है। इसके अलावा, जोधपुर, बीकानेर, जयपुर और भरतपुर संभाग के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 45 से 48 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज होने की उम्मीद है, जिससे तीव्र हीटवेव का दौर जारी रहेगा। यह भीषण गर्मी उन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के मुताबिक आज शुक्रवार 13 जून को 11:30 बजे श्रीगंगानगर में तापमान 46.2 डिग्री तक पहुंच गया। कल इस समय 43.8 डिग्री दर्ज किया गया था। जबकि शुक्रवार को चूरू में 45 डिग्री, बीकानेर में 42.8 डिग्री और जयपुर में 41.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल, 14 जून को, उदयपुर, कोटा, जयपुर और भरतपुर संभाग के कुछ भागों में मानसून पूर्व की गतिविधियों में और वृद्धि होने की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है। विशेष रूप से, जोधपुर और बीकानेर संभाग में भी हीटवेव का दौर जारी रहने की संभावना है, लेकिन दोपहर बाद कहीं-कहीं मेघगर्जन, अंधड़ (50-60 किमी प्रति घंटा) और हल्की बारिश होने की संभावना है, जो इन क्षेत्रों में गर्मी से कुछ हद तक निजात दिला सकती है।
15 जून से मानसून पूर्व की आंधी-बारिश की गतिविधियों में और भी अधिक बढ़ोतरी होने की प्रबल संभावना है। इस अवधि में तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की और गिरावट होने का अनुमान है, जिससे हीटवेव से महत्वपूर्ण राहत मिलने की उम्मीद है। यह बदलाव किसानों और आम जनता दोनों के लिए स्वागत योग्य होगा, क्योंकि इससे भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलेगी और कृषि गतिविधियों को भी फायदा होगा।
कुल मिलाकर, राजस्थान में अगले कुछ दिनों में मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेगा, जिसमें भीषण गर्मी के बाद मानसून पूर्व की गतिविधियों और तापमान में गिरावट का अनुभव होगा। लोगों को मौसम विभाग द्वारा जारी की गई नवीनतम सलाहों का पालन करने और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। यह मौसम परिवर्तन राज्य के विभिन्न हिस्सों में जल स्तर को भी प्रभावित कर सकता है।

मौसम अपडेट : राजस्थान में हीटवेव जारी, जल्द मिलेगी आंधी-बारिश से राहत
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