जयपुर।प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस समय काफी चर्चाओं में बन चुकी है दरअसल वसुंधरा राजे का कद अब इतना बड़ा बन चुका है कि हर कोई उनको देखकर यही कह रहा है कि मैडम या तो आप राष्ट्रीय अध्यक्ष बनोगी या फिर प्रदेश की मुख्यमंत्री इससे नीचे तो आप नहीं जाओगे और पिछले एक महीने के अंदर वसुंधरा राजे का लगभग प्रदेश के अंदर आने को जगह पर दौरा हुआ है जिसके अंदर राज्य को विप प्रोटोकॉल के साथ देखा गया है इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले कुछ दिनों के अंदर राज्य या तो राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएंगे भाजपा की या फिर प्रदेश की मुखिया बन सकती हैं ।
हालांकि अभी तक यह तय नहीं हुआ है मगर चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है और यही माना जा रहा है कि वसुंधरा राजे कम बैक करेंगे वह भी बहुत बड़ी पावर के साथ में राष्ट्रीय अध्यक्ष बना वसुंधरा राजे के लिए एक बहुत बड़ी बात होगी क्योंकि भाजपा आज की तारीख में पूरे दुनिया भर के अंदर सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है और उसका राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना एक बड़ी बात है वसुंधरा राजे के नाम रस ने आगे चल दिया है मगर सबको पता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह दोनों ही वसुंधरा के राज्य के खिलाफ है ऐसे में वसुंधरा राजे को राष्ट्रीय अध्यक्ष अगर बनाया जाता है तो कहीं ना कहीं नरेंद्र मोदी और अमित शाह को वसुंधरा राजे के सामने झुकना पड़ेगा क्योंकि आरएसएस अब पूरी तरीके से वसुंधरा राजे को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए भाजपा को कह चुकी है।
वहीं भाजपा के लिए भी आसान नहीं होगा कि वह वसुंधरा राजे को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर बैठा देख सके क्योंकि आज की तारीख में भारतीय जनता पार्टी को चलाने वाले से दो ही बड़े नेता हैं एक है नरेंद्र मोदी और एक है अमित शाह ऐसे में अगर वसुंधरा राजे भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएगी तो फिर वसुंधरा राजे इन दोनों की बिल्कुल भी नहीं सुनेंगे वहीं इसका तोड़ यही निकला जा रहा है कि वसुंधरा राजे को राजस्थान का मुख्यमंत्री बना दे जिससे वसुंधरा राजे राजस्थान में ही रहेगी और उनकी हाल-चाल बाहर कहीं नहीं देखने को मिलेगी वहीं वसुंधरा राजे ने साफ कह दिया है कि मैं आरएसएस के कहने पर ही काम करूंगी रस के कहने पर ही आगे चलूंगी जो रस रहेगा मैं वही करूंगी आरएसएस एक तरफ यह मन बना चुका है कि वसुंधरा राजे को राष्ट्रीय देश बन जाए लेकिन मन ही मन में वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री बनना चाहती हैं और अगर ऐसा होता है तुम वसुंधरा राजे के लिए तीसरी बार यह तक पेशी होगी।
हाला की वसुंधरा राजे कहती तो यही है कि उनको आरएसएस जो कहेगी वह वही करेंगे मगर उनके लोगों का साफ कहना है कि मैडम अगर मुख्यमंत्री बनेगी तो काफी फायदा होगा प्रदेश के अंदर ऐसा माहौल बन चुका है वहीं खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पिछले 1 महीने के अंदर वसुंधरा राजे से दो बार घर पर जाकर मुलाकात करके आए हैं और लंबी मीटिंग भी चली है कहीं ना कहीं भजन लाल शर्मा अगर वसुंधरा राजे के पास में जा रहे हैं उनसे मिल रहे हैं तो वह केंद्र वाला कमान के इशारे पर ही हो रहा होगा क्योंकि वसुंधरा राजे बहुत बड़ी लीडर है उनके एक आवाज पर हजारों लोग इकट्ठे हो जाते हैं ऐसे लोग भाजपा में राजस्थान के अंदर बहुत कम ही है और वसुंधरा राजे का जो कद है उसे कद के बराबर प्रदेश के अंदर कोई भी बड़ा नेता नहीं है चाहे हम बात करें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की या फिर भूपेंद्र यादव की यह दोनों नेता केंद्र की राजनीति के बड़े खिलाड़ी हैं ।
मगर फिर भी वसुंधरा राजे के सामने नहीं आते हैं वहीं वसुंधरा राजे केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह की काफी नजदीक भी हैं राजपूत होने के साथ-साथ वसुंधरा राजे जाटों की बहू है और गुर्जरों की समधन भी है ऐसे में अगर वसुंधरा राजे को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो यह तीन जातियां आपस में तालमेल से प्रदेश के अंदर काम कर लेंगे क्योंकि हर कोई चाहता है कि सरकार के अंदर उसका काम हो जाए और वसुंधरा राजे एक ऐसी नेता हैं जो सबका सुनती भी है और काम करती भी है. अब गेंद रस के पहले में है वह क्या चाहती है और इस पर नरेंद्र मोदी और अमित शाह दोनों ही वॉच कर रहे हैं दिल्ली के नतीजे जैसे ही आएंगे उसके बाद में सॉफ्टवेयर हो जाएगा की राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन बनेगा और अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष कोई और बनता है वसुंधरा राजे के अलावा तो फिर इसमें कोई बड़ी बात नहीं है मुख्यमंत्री बदलेगा प्रदेश का और वसुंधरा राजे राजस्थान की तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेगी।



