-शनिवार को तिरंगा रैली बांगड स्कूल से मुख्य अथिति भारतीय थल सेना के युद्ध दिव्यांग भूतपूर्व सैनिक हवलदार पूरा राम चौधरी होंगे
पाली। भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर द्वारा कराये जा रहे हर घर तिरंगा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित होगा । कार्यक्रम का उद्देश्य देश भक्ति,जागरूकता ,नागरिकता बोध ,के प्रति जागरूकता लाने के लिए सभी इमारतों पर तिरंगा लगाया जाएगा, साथ ही इसमें विभिन्न गतिविधियां आयोजित होगी जो स्वतंत्रता दिवस तक चलेगी।
13 से 15 हर घर तिंरगा ,गतिविधियां 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस तक
इसमें तिरंगा यात्रा, रैली ,वाहन रैली ,कॉन्सर्ट, प्रतिज्ञा, श्रद्धांजलि , सेल्फी, आदि गतिविधियां आयोजित होगी। ये गतिविधियां 15 अगस्त तक चलेगी इसमे 13 से 15 अगस्त तक जहां संभव हो सके सभी जगह तिरंगा प्रोटोकॉल के तहत फहराया जायेगा इसमें ध्यान रखा जाये कि किसी प्रकार से तिंरगे का अपमान ना हो। ये कार्यक्रम जिला व ब्लॉक व अन्य लेवल पर पर भी आयोजित होगा जिसमे सभी विभागों की भागीदारी होगी।
तिरंगा रैली प्रातः 9 बजे बांगड स्कूल से मुख्य अथिति भारतीय थल सेना की 4जी ग्रेनेडियर बट्टालीयन के युद्ध दिव्यांग भूतपूर्व सैनिक हवलदार पूरा राम चौधरी होंगे
जिला कलक्टर एलएन मंत्री के निर्देशानुसार जिला परिषद् के सीईओ व नोडल अधिकारी,नंदकिशोर राजौरा ने बताया कि 10 अगस्त शनिवार को प्रातः 9 बजे से बांगड स्कूल से प्रारंभ होकर ,जिला कलक्टर कार्यालय ,सूरज पोल चौराहा लोढा स्कूल होकर गुजरेगी जहां पुष्प वर्षा की जायेगी । इसके बाद रोटरी क्लब होकर , पुनः बांगड स्कूल पहुचेगी । कार्यक्रम में जिला प्रशासन के सभी आला अधिकारी व कार्मिक मौजूद रहेंगे।
युद्ध दियांग भूतपूर्व सैनिक हवलदार पूरा राम चौधरी-
शनिवार को होने वाली तिरंगा रैली के मुख्य अथिति ग्राम चोपड़ा, तहसील सोजत के निवासी, भारतीय थल सेना की 4जी ग्रेनेडियर बट्टालीयन के युद्ध दिव्यांग भूतपूर्व सैनिक हवलदार पूरा राम चौधरी है। आप 13 सितंबर 1988 को भारतीय सेना की ग्रेनेडियर रेजीमेंट की चौथी बट्टालीयन में एक सिपाही के तौर पर भर्ती हुए थे तथा 1998 में अपनी बट्टालीयन के साथ जम्मू कश्मीर के पुंछ सैक्टर में तैनात थे। जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन रक्षक के अंतर्गत उग्रवादियों के खिलाफ अभियान के दौरान दिनांक 24 नवम्बर 1998 को पुंछ ईलाके में उग्रवादियों के छीपे होने की सूचना मिलने पर हवलदार पूरा राम चौधरी अपनी कंपनी के साथ उग्रवादियों से मुठभेड़ के लिए कूच कर गए। उग्रवादियों से आमना- सामना होने पर दोनों तरफ से गोलाबारी शुरू हो गई थी।
इस लड़ाई में उग्रवादियों का दिलेरी से सामना करते हुए हवलदार पूरा राम चौधरी उनके बहुत नजदीक पहुँच गए थे। लेकिन इस दौरान उग्रवादियों द्वारा बिछाई गई बारूदी सुरंग पर पाँव पड़ने से बारूदी सुरंग धमाके के साथ फट गई जिससे इनका दाहिना पैर घुटने के नीचे से उड़ कर चिथड़े चिथड़े हो गया तथा गंभीर हालत मे इन्हें साथी सैनिकों द्वारा पुंछ के फौजी चिकित्सालय तक पहुंचाया गया जहां सैन्य चिकित्सकों द्वारा हवलदार पूरा राम चौधरी की जान तो बचा ली गयी लेकिन घुटने के नीचे के पैर को काटना पड़ा तथा कुछ महीनों के बाद कमांड अस्पताल पूना मे इस वीर सैनिक को प्लास्टिक का कृत्रिम पैर लगाया गया जिसकी सहायता से आज भी ये चल फिर रहे



