अमेरिका में 36वें दिन भी शटडाउन, अब विमान यात्रियों की बढ़ेगी मुश्किल

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वाशिंगटन। अमेरिका में चल रहा सरकारी शटडाउन बुधवार को 36वें दिन में पहुंच गया। ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की कि अगर गतिरोध जारी रहा और डेमोक्रेट्स नहीं माने तो देश के 40 प्रमुख हवाई अड्डों की उड़ानों में कटौती की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि यह योजना हवाई यातायात नियंत्रकों की मदद के लिए बनाई गई है। इसका प्रभाव हजारों उड़ानों पर पड़ेगा। इन उड़ानों को रद्द किया जा सकता है।

द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार परिवहन सचिव सीन डफी ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह कटौती हवाई यातायात नियंत्रकों पर दबाव कम करने का एक प्रयास है। यह नियंत्रक शटडाउन से अब तक बिना किसी अतिरिक्त लाभ के काम कर रहे हैं और अक्टूबर मध्य से उन्हें वेतन नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि प्रशासन कटौती की विधिवत घोषणा गुरुवार को करेगा। विमानन सेवाओं के लिए साल का सबसे व्यस्त यात्रा सीजन आ रहा है।

उन्होंने कहा कि यह कटौती शुक्रवार से लागू होगी। रिपोर्ट के अनुसार अगर ऐसा होता है तो लाखों यात्रियों को अल्प सूचना पर अपनी योजनाएं बदलने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। विमानन कंपनियों पर कटौती करने का दबाव है। एयरलाइंस फॉर अमेरिका के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे संघीय उड्डयन प्रशासन के संपर्क में हैं। अभी बदलाव के संकेत नहीं दिए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि परिवहन सचिव डफी संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) से संबद्ध हवाई यातायात नियंत्रकों पर पड़ रहे काम के अतिरिक्त दबाव को लेकर चिंता जताते रहे हैं। हवाई नियंत्रकों के स्वीकृत 14,000 पदों में से लगभग 3,000 खाली हैं। रिक्तियों की भरपाई के लिए मौजूदा नियंत्रक ओवरटाइम शिफ्ट में काम कर रहे थे। शटडाउन के कारण उन्हें दूसरे माह भी वेतन नहीं दिया गया है।

डफी ने इस सप्ताह की शुरुआत में चेतावनी दी थी कि अगर शटडाउन जारी रहा तो बड़े पैमाने पर अराजकता फैल जाएगी। एफएए बड़े संकट से बचने के लिए राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र के कुछ हिस्सों को यातायात के लिए बंद कर सकता है। उनकी बुधवार की घोषणा को इसी दिशा में अहम कदम माना जा है। डफी और एफएए प्रशासक ब्रायन बेडफोर्ड ने कर्मचारियों की कमी की दुहाई देते हुए कहा कि भविष्य और अधिक प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।

बेडफोर्ड ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्थिति बेहद गंभीर है। उड़ानों में कटौती ही आखिरी विकल्प नजर आ रहा है। उधर एफएए ने बुधवार को एयरलाइन उद्योग के अधिकारियों को बताया कि कटौती शुक्रवार को चार प्रतिशत की कटौती के साथ शुरू होगी और सप्ताहांत तक बढ़ती रहेगी, और अगले सप्ताह तक 10 प्रतिशत पहुंच जाएगी।

इस घोषणा के बाद टेक्सास के रिपब्लिकन सीनेटर और एफएए की देखरेख करने वाले सीनेट पैनल के अध्यक्ष टेड क्रूज़ ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “डेमोक्रेट आपदा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। डफी और बेडफोर्ड के पास देशभर में हवाई यात्रा में कटौती शुरू करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।”

हाउस ट्रांसपोर्टेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कमेटी के शीर्ष डेमोक्रेट रिक लार्सन ने कहा कि एफएए को तुरंत कांग्रेस के साथ सुरक्षा जोखिम आकलन और संबंधित डेटा साझा करना चाहिए।” विमानन विश्लेषकों का कहना है कि कटौती से देश का पर्यटन प्रभावित होगा। एफएए ने कहा है कि कटौती का प्रभाव 30 सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से आधे पर पड़ेगा। इनमें न्यूयॉर्क और वाशिंगटन डीसी के तीनों हवाई अड्डे शामिल हैं। मिशिगन स्थित एक परामर्श फर्म एंडरसन इकोनॉमिक ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पैट्रिक एंडरसन ने कहा कि इसका आर्थिक प्रभाव पड़ने की संभावना है, क्योंकि देश के कई व्यस्ततम हवाई अड्डे क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

फ्लाइट अटेंडेंट्स एसोसिएशन ने भी बुधवार रात चिंता जताते हुए ट्रंप प्रशासन से शटडाउन खत्म कराने की अपील की है। एसोसिएशन की अध्यक्ष सारा नेल्सन ने कहा, “हम जानते हैं कि जब विमान रुकते हैं तो क्या होता है। लोगों को दवाइयां नहीं मिलेंगी। रेस्टोरेंट में खाना और किराना दुकानों में सामान नहीं मिलता। लोग इलाज नहीं करवा पाएंगे।”

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