उदयपुर को मिलेगी बटरफ्लाई पार्क की सौगात…

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-एक विशेष तितली की उपस्थिति वाला भारत का पहला पार्क बनेगा हमारा यह बटरफ्लाई पार्क

उदयपुर। नैसर्गिक सौंदर्य से लकदक झीलों की नगरी को सोमवार को एक अनूठे बटरफ्लाई पार्क की सौगात मिलने जा रही है। इस बटरफ्लाई पार्क की खासियत यह है कि इसमें पाई जाने वाली एक विशेष प्रजाति की तितली समूचे भारत भर में सिर्फ इसी पार्क में पाई जाती है और इसकी यह विशेषता समूचे विश्वभर के तितली प्रेमियों को यहां आने पर मजबूर करेगी।

उप वन संरक्षक अजय चित्तौड़ा ने बताया कि सोमवार शाम आयोजित होने वाले इस पार्क के शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि असम के राज्यपाल माननीय गुलाबचंद कटारिया होंगे तथा अध्यक्षता वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री संजय शर्मा करेंगे। शहर के अंबेरी में5 हेक्टेयर में 50 लाख रुपयांे की लागत से स्थापित इस बटरफ्लाई पार्क का शुभारंभ लेकसिटीवासियों सहित देशकृविदेश के पर्यटकों के लिए अनोखी सौगात होगी।

जेब्रा स्किपर दिलाएगी विशेष पहचानः
बटरफ्लाई पार्क निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा निवासी तितली विशेषज्ञ मुकेश पंवार ने बताया कि इस बटरफ्लाई पार्क की खास विशेषता यहां पर पाई जाने वाली एक विशेष प्रजाति की तितली है, जिसका नाम जेब्रा स्किपर है। इस तितली का वैज्ञानिक नाम एर्नस्टा जेब्रा है। उन्होंने बताया कि इस तितली का जीवन चक्र अर्थात अंडा, लार्वा, पुपा तथा फूलो का रस पीने के पौधे (नेक्टर प्लांट) विश्व में पहली बार उनके शोध पर ही रिसर्च पेपर (बायोनॉट दिसंबर 2023) के माध्यम से प्रकाशित किया गया।
यह तितली अपने अंडे मेलहानिया फुटेपोरेंसिस नामक पौधे पर देती है। यह वनस्पति संकट ग्रस्त पौधो की सूची में सम्मिलित है तथा बटरफ्लाई पार्क में इस पौधे की उपस्तिथि देखी गई है।

पंवार ने ही खोजी है यह तितलीः
भारत में इस तितली की खोज वर्ष 2020 में मुकेश पंवार ने सागवाड़ा जिला डूंगरपुर से की थी। तब इस तितली का जीनस स्पियलिया था, अतः स्पियलिया जेब्रा के नाम से खोज हुई थी। उन्होंने बताया कि यह तितली इस पार्क में अगस्त से दिसंबर तक देखी गई है। अतः यह पार्क भारत पहला बटरफ्लाई पार्क होगा जहां इस तितली की उपस्थिति देखी जा सकेगी।

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