उदयपुर। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी रविवार को उदयपुर के भुवाना स्थित सॉलिटर रिसोर्ट में भारत विकास परिषद्, उत्तर पश्चिम क्षेत्र द्वारा आयोजित क्षेत्रीय महिला मिलन कार्यक्रम “निर्मायिनी” में शामिल हुईं। इस अवसर पर प्रदेशभर से बड़ी संख्या में प्रबुद्ध महिला प्रतिनिधियों ने भाग लिया और उपमुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। अपने संबोधन में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर समाज के हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। राज्य सरकार भी महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि माँ को प्रथम गुरु माना जाता है और संस्कारों की शुरुआत घर से होती है। महिलाएं केवल परिवार ही नहीं, बल्कि संस्कारवान समाज और राष्ट्र की भी निर्माता होती हैं। हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति, त्योहारों, परंपराओं और इतिहास की कहानियों से भी परिचित कराना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं जिम्मेदारियों को पुरुषों से बेहतर ढंग से निभाती हैं और राज्य की डबल इंजन सरकार महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए अनेक योजनाओं के माध्यम से ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने “निर्मायिनी” जैसे आयोजनों को नारी गरिमा, आत्मबल और सामाजिक योगदान को सम्मान देने वाला महत्वपूर्ण माध्यम बताया, जो समाज को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होंगे।कार्यक्रम में राष्ट्रीय महामंत्री दुर्गा दत्त शर्मा, राष्ट्रीय गतिविधि संरक्षक निदर्शना गोवानी, क्षेत्रीय संरक्षक राधेश्याम रंगा, राष्ट्रीय गतिविधि संयोजक डॉ. शिप्रा धर, क्षेत्रीय महासचिव संदीप बाल्दी, कार्यक्रम संयोजिका एवं क्षेत्रीय सचिव सुनीता गोयल सहित राजस्थान के विभिन्न जिलों से आई भारत विकास परिषद की महिलाएं उपस्थित रहीं।

उदयपुर: निर्मायिनी में उपमुख्यमंत्री ने दिया महिला सशक्तीकरण का संदेश
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