श्रीगंगानगर। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सयुंक्त तत्वावधान में नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत संगतपुरा में नशे के खिलाफ रस्साकशी प्रतियोगिता हुई। आयोजन केवल शारीरिक प्रतियोगिता नहीं बल्कि दो पीढ़ियों के बीच संवाद, संकल्प और सहयोग का अद्भुत उदाहरण बना। अनोखे आयोजन में 20 से 40 वर्ष के युवा और 40 से 60 वर्ष के बुजुर्गों ने हिस्सा लिया। मुकाबला जितना मजेदार था, उससे कहीं ज़्यादा प्रेरणादायक था। प्रतियोगिता में युवाओं ने मेहनत और संघर्ष के साथ जीत दर्ज की, लेकिन बुजुर्गों ने भी उन्हें कड़ी टक्कर दी और अंत तक मजबूती से डटे रहे। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से विक्रम ज्याणी ने कार्यक्रम में कहा कि आज युवाओं ने रस्साकशी में जीत हासिल की है, पर असली जीत तो तब होगी जब हम नशे को भी जड़ से हटा देंगे। कितनी भी मुश्किलें आएं, हम पीछे नहीं हटेंगे। बुजुर्गों का आशीर्वाद अब युवाओं की ढाल बनेगा। जब युवा और बुजुर्ग एक साथ खड़े हो जाएं, तो कोई भी बुराई टिक नहीं सकती। उन्होंने कहा कि जिले में नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान का नेतृत्व जिला कलक्टर डॉ. मंजू एवं जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव के मार्गदर्शन में जारी है। सांझी सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक कंवरजीत सिंह बराड़ ने विजेता एवं प्रतिभागियों में मेडल वितरित किये। कार्यक्रम में नायब तहसीलदार आदराम, ग्राम विकास अधिकारी विजय भांभू और ग्रामीणों की भागीदारी रही।

नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान के तहत संगतपुरा में रस्साकशी प्रतियोगिता आयोजित
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