रावतसर। शनिवार को न्यायालय परिसर में इस वर्ष की प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित हुई। लोक अदालत में विवादो का निपटारा मौके पर ही किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायिक अधिकारी व अधिवक्ताओं की समझाइश का परिणाम रहा कि दांडिक शमनीय मामले,दीवानी प्रकृति के मामले, पारिवारिक विवाद, चेक अनादरण के प्रकरण, बैंक वसूली एवं प्री लिटिगेशन के मामले तुरंत ही निस्तारित हुए। न्यायिक मजिस्ट्रेट नेहा कुमावत की अध्यक्षता में आयोजित लोक अदालत में 1724 प्रकरण रखे गए जिनमें समझाइश का परिणाम रहा कि 357 मामले मौके पर ही निस्तारित हो गए। भूखंड विवाद को लेकर 13 सालों से चल रहा विवाद भी सुलझ गया। वहीं 2010 से चल रहे फौजदारी प्रकरण में भी राजीनामा हो गया।लोक अदालत में एडीजे, एसीजेएम, जेएम व राजस्व न्यायालय द्वारा रेफर मामलों तथा प्री लिटिगेशन के प्रकरणों में समझाइश की गई। जिनमे 3 करोड़ 75 लाख 91 हजार 278 रुपए की अवार्ड राशि पारित की गई। इस दौरान एसडीएम संजय अग्रवाल, बार अध्यक्ष कमलेश पांडे, एम.एल. शर्मा, मनसाराम झोरड़, बलराम कस्वां, पवन पारीक, सुनील धारीवाल, अर्जनलाल वर्मा,सुरेंद्र हुड्डा, गोपाल सोनी, नीरज सोनी,हनुमान जोशी, संदीप नाई न्यायिक कर्मी किशन छाछिया,रीडर जयसिंह कस्वां,नौरंगलाल काला, अंकित अग्रवाल, करन छाबड़ा सहित काफी संख्या में अधिवक्ता व पक्षकारान मौजूद रहे।

लोक अदालत में मौके पर ही साढ़े तीन सौ मामले निपटाए
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