प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों की युवा शक्ति और विचारों को कनेक्ट करने के लिए स्टार्टअप ब्रिज को गति दी जाएगी। मोबिलिटी और माइग्रेशन पार्टनरशिप पर पहले से समझौता हुआ है। यह लीगल माइग्रेशन और कुशल कार्यबल की आवाजाही में सहयोग देगा। मैंने और चांसलर नेहमर ने विश्व में चल रहे विवादों, चाहे यूक्रेन में संघर्ष हो या पश्चिम एशिया की स्थिति. सभी पर विस्तार में बात की है। मैंने पहले भी कहा है कि यह युद्ध का समय नहीं है, समस्याओं का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता। चाहे वह कहीं भी हो, मासूम लोगों के जान की हानि अस्वीकार्य है। भारत और ऑस्ट्रिया संवाद और कूटनीति पर जोर देते हैं और इसके लिए हम साथ मिलकर हर संभव मदद देने के लिए तैयार हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही मुझे ऑस्ट्रिया जाने का अवसर मिला। मेरी ये यात्रा ऐतिहासिक और खास है.’ 41 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रिया का दौरा किया है…आज ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर और मेरे बीच बहुत सार्थक चर्चा हुई। हमने अपने संबंधों को और मजबूत करने के लिए नई संभावनाओं पर चर्चा की। हमने इन संबंधों को एक रणनीतिक दिशा देने का फैसला किया है…बुनियादी ढांचे के विकास, नवीकरणीय ऊर्जा, हाइड्रोजन, जल और अपशिष्ट प्रबंधन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे क्षेत्रों में…हम एक-दूसरे की क्षमताओं को जोड़ने की दिशा में काम करते हैं।

ये युद्ध का समय नहीं, ऑस्ट्रिया से दुनिया को पीएम मोदी का संदेश- समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता
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