भारत के साथ पूरी दुनिया में नया साल धूमधाम के साथ मनाया जाने वाला एक खुशी का त्योहार है। भारतीय कैलेंडर के मुताबिक भारतीयों के लिए वर्ष का पहला दिन भले ही चैत्र माह में हो। लेकिन वे भी पूरी दुनिया की खुशी में बढ़ चढकर हिस्सा लेते हैं। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, यह एक नए साल की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन को पूरी दुनिया के लोग त्योहार के रूप में मनाते हैं। इस दिन को लोग अपनी-अपनी संस्कृति और सभ्यता के हिसाब से मनाते हैं। हालांकि, किसी भी अन्य त्योहार की तरह जाति या संस्कृति की परवाह किए बिना दुनिया भर के लोगों के जीवन में खुशी लाता है।
जानिए न्यू ईयर का महत्व हर देश और हर व्यक्ति के लिए नया साल एक विशेष अवसर है। हर साल आने वाला एक नया साल हमें नई परियोजनाएं शुरू करने के लिए प्रेरित करता है और हमें अपना जीवन नए उत्साह और आनंद के साथ जीने की ऊर्जा देता है। नए साल में हम पिछले साल की अपनी गलतियों से सीखते हैं, नया संकल्प या शपथ लेते हैं और पूरी ऊर्जा के साथ अपने काम को पूरा करने में लग जाते हैं, जिससे हमें सफलता मिलती है। यह एक त्योहार के समान है जो हमारे अंदर नई ऊर्जा स्थापित करता है, जिससे हमारे जीवन में नए साल का महत्व बढ़ जाता है।
आज के दिन दुनिया भर में जश्न इस दिन के स्वागत में पूरी दुनिया में पटाखे फोड़ना सबसे आम तरीका है। 31 दिसंबर और 1 जनवरी की मध्यरात्रि में कई देशों में इस तरह जश्न मनाया जाता है। नये साल के स्वागत में आतिशबाज़ी के नज़ारों के लिए न्यूज़ीलैंड का ऑकलैंड स्काय टावर काफी मशहूर है। इसी तरह, ऑस्ट्रेलिया में सिडनी हार्बर पर भी आतिशबाज़ी दर्शनीय होती है। इनके अलावा, कनाडा के टोरंटो, ब्राज़ील के रियो में भी आसमान रंग बिरंगे पटाखों से नहाता है। नए साल के दिन दुनिया भर के हर घर में विभिन्न रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन किया जाता है। प्रत्येक संस्कृति इस दिन को अपने अनूठे तरीके से मनाती है। कुछ लोग पहले से ही मिनी- वेकेशन की योजना बनाना शुरू कर देते हैं जबकि कुछ अपने प्रियजनों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने की योजना बनाते हैं।