कांग्रेस के बिजली बैंकिंग समझौते का दंश झेल रहा प्रदेश, तथ्यों को छिपाकर अपने पापों को कब तक ढकेगी कांग्रेसः- लक्ष्मीकांत भारद्वाज

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जयपुर। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता आज बिजली आपूर्ति पर अनर्गल बयानबाज़ी कर तथ्य छिपा रहे हैं। पिछली कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री गहलोत ने दूसरे राज्यों से बैंकिंग समझौता कर बिजली ली थी। इस समझौते के चलते आज इस भीषण गर्मी में भाजपा सरकार को 147 लाख यूनिट बिजली प्रतिदिन दूसरे राज्यों को लौटानी पड़ रही है। कांग्रेस सरकार में बिजली उत्पादन करने वाले हाइड्रो और थर्मल पावर प्लांट की दुर्दशा हुई। प्रदेश के 10 थर्मल व हाइडल प्लांट और 3 अन्य पॉवर प्लांट जिनकी कैपेसिटी 8597.35 मेगावाट बिजली उत्पादन की है, लेकिन कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के चलते यह उत्पादन घटकर महज 3500 से 4000 मेगावाट पर आ गया।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार में उनकी ही सरकार के एक मंत्री अशोक चांदना को बिजली की मांग को लेकर बूंदी कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठ गए थे। कांग्रेस पार्टी को उनकी सरकार के समय बिजली की बदतर स्थिति को याद रखना चाहिए। भाजपा की भजनलाल शर्मा सरकार ने आते ही इस संकट को समझा और केंद्र की ऊर्जा कंपनियों के साथ 2 लाख 24 हजार करोड़ का एमओयू साईन किया जिससे कि प्रदेश की जनता को भविष्य में बिजली संकट का सामना ना करना पड़े। एक अच्छी मंशा के साथ भाजपा की मजबूत सरकार ने काम करना शुरू किया है, सरकार का सहयोग करने की बजाय कांग्रेस पार्टी के लोग राजनीति कर रहे हैं, जो कि बेहद निंदनीय है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में भीषण गर्मी के चलते डिमांड सप्लाई के बीच जो गैप पैदा हुआ है, इसको सुधारने के लिए प्रदेश की भजनलाल शर्मा सरकार पूरे प्रयास कर रही है। पिछली कांग्रेस सरकार के समय सितंबर माह में कम विद्युत डिमांड होने के बाद भी प्रदेश में बिजली संकट के चलते ब्लैक आऊट जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। वहीं अकेले जयपुर डिस्कॉम के करीब 12 जिलों में पांच हजार से ज्यादा ट्रांसफार्मर खराब पड़े हुए थे। आज वही कांग्रेस के नेता बिजली के नाम पर घटिया राजनीति कर वाहवाही बंटोरना चाहते हैं।

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