जैसलमेर। मरु महोत्सव के तीसरे दिन मंगलवार को प्रातः 9ः30 बजे से स्थानीय डेडानसर मैदान में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ ही रेगिस्तानी जहाज ऊंट के कई रौचक कार्यक्रम होंगे। इसमें सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र सीमा सुरक्षा बल का कैमल टैंटू-शो होगा। यहां पर ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता के साथ रस्सा-कस्सी, पणिहारी मटका रेस, जिम्नास्टिक शौ का आयोजन होगा वहीं ऊंट श्रृंगार एवं शान-ए-मरुधरा की प्रतियोगिताएॅं होगी। इस दौरान कैमल पोलो मैंच का भी आयोजन किया जाएगा। अपरान्ह 4ः30 बजे हेरीटेज वॉक का आयोजन होगा।
वहीं सांय शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में राजस्थानी लोक संगीत और नृत्य की महफिल सजेगी जिसमें अन्नू द्वारा घूटना चकरी नृत्य पेश किया जाएगा। इसके बाद पंजाबी सिंगर काका द्वारा पंजाबी गीतों की स्वर लहरियां बिखेरी जाएगी। साथ ही सुबह की शुरूआत 7ः30 बजे गड़सीसर लेक पर राजस्थानी लोक संगीत के साथ योगा से की जाएगी।
12 फरवरी को सम-लखमणा धोरों पर सजेगी भव्य सांस्कृतिक सांझ
मरु महोत्सव के अंतिम एवं चैथे दिवस 12 फरवरी को सम के पास स्थित लखमणा के मखमली धौरों पर माघ पूर्णिमा की धवल चांदनी के तले भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा। इस सांस्कृतिक सांझ में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार तगाराम भील द्वारा अलगौंजावादन पर लोक गीतों की स्वर लहरियॉं बिखेरी जाएगी वहीं ख्यातनाम कलाकार भूंगर खां का सिंफनी कार्यक्रम होगा। अन्त में मशहूर कबीर कैफे बैण्ड की शानदार प्रस्तुती होगी। इससे पूर्व लखमणा के रेतीले धोरों पर कैमल रेस होगी। इस दिवस को प्रातः 9 से दोपहर 1 बजे तक पालीवालों के परित्यक्त एतिहासिक कुलधरा व खांभा में मांडणा आर्ट का आयोजन होगा एवं प्रातः 11 बजे लाणेला में घूड़ दौड़ प्रतियोगिता आयोजित होगी। इसके साथ ही, 10 से 12 फरवरी तक खुहड़ी में भी कैमल राईडिंग एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी जाएगी, जिसका भी देशी-विदेशी सैलानी आनन्द ले सकेगें।


