पिछले कुछ सालों में सड़कों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करना एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनकर उभरा है। हाल ही में, यह मुद्दा तब सुर्खियों में आया जब उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में जिला प्रशासन ने ईद के दौरान सड़कों पर नमाज अदा करने की अनुमति देने के खिलाफ सख्त रुख अपनाया।केंद्रीय मंत्री और भाजपा के सहयोगी चिराग पासवान ने मुसलमानों द्वारा सड़कों पर नमाज अदा करने के खिलाफ किए जा रहे प्रयासों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि ये बेकार के विषय हैं और देश में कई अन्य बड़े मुद्दे हैं जिन पर चर्चा की जरूरत है।
टाइम्स नाउ के एक कार्यक्रम में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता से पूछा गया कि सड़कों पर नमाज अदा करने के विरोध पर उनका क्या कहना है। इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘यह बेकार की बात है। इस पर चर्चा ही नहीं होनी चाहिए, यह निरर्थक है। देश में कई बड़े मुद्दे हैं जिन पर हमें चर्चा करने की जरूरत है। समस्या यह है कि जब हम इन अप्रासंगिक विषयों पर बात करना शुरू करते हैं, तो समाज और देश में तनाव का माहौल पैदा होता है। बिना किसी कारण के समुदायों और लोगों के बीच दरार पैदा होती है। यह निरर्थक है।’