धूमधाम से मनाया गया भाई दूज का पर्व

ram

सीकर। जिले भर में भाई दूज का पर्व उत्साहपूर्वक मनाया भाई-बहन को एक माला में पिरोने का काम एक नया नवाचार के मोके पर अग्रवाल महिला मंडल सचिव सनु मोदी ने कहा-समाज में अनूठा कार्य कोई भी व्यक्तित्व ही कर सकता है, जिसके कर्म अच्छे हो और मन साफ़ हो वो जरूर आगे बढ़ता है। भैया दूज के मौके पर मोदी परिवार को एक माला में पिरोने का काम को लेकर समाज की ओर से एक नया नवाचार के मोके पर जयपुर रोड स्थित ब्रज वाटिका में अपने भाई और भाई के परिवार को मीठे भात खिलाकर भैया दूज का उत्सव ब्रज वाटिका में खाना खिलाकर अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना बहन सुमित्रा देवी तोदी ने अपने भाई और भाई के परिवार को सामूहिक रूप से दाल चावल खिलाकर भैया दूज त्योहार सेलिब्रेट किया । भाई राजेंद्र मोदी शंभू मोदी विजेंद्र मोदी गोपाल मोदी अशोक मोदी मितेश मोदी को खाना खिलाकर भाई दूज मनाया । राजेश राकेश मुकेश मोदी को खाना खिला कर भाई दूज का उत्सव मनाया।

भाई दूज का त्योहार हर बार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष के द्वितीय दिन यानि द्वितीय तिथि को मनाया जाता है, जो दीपावली (दिवाली) के बाद आता है। इसलिए, भाई दूज दीपावली के त्योहार के दो दिन बाद मनाया जाता है। दिवाली के बाद पड़ने वाले भैया दूज के दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती है। यह तिलक उस भरोसे और विश्वास का प्रतीक होता है कि बहन, हमेशा अपने भाई के साथ खड़ी रहेगी। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जो बहनें अपनी भाई का आतिथ्य स्वीकार करती हैं, उन्हें यमराज का भय नहीं रहता है।बहन-भाई के अटूट प्रेम का प्रतीक भैया दूज का पर्व हर्षोल्लास के साथ परंपरागत तरीके से मनाया गया।भाई दूज और रक्षा बंधन दोनों ही हिंदू का महत्वपूर्ण पर्व है जो भाई-बहन के प्यार और रक्षा के लिए मनाया जाता है। जिसमें बहनें अपने भाई की लंबी आयु की कामना करती है। ये त्योहार भाई-बहन के आपसी संबंधों को मजबूत करने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है। भाई दूज के दिन यमराज की पूजा की जाती है। भाई दूज का नाम “यम द्वितीय” भी है, जो यमराज को समर्पित होता है। इस दिन बहन अपने भाइयों के लिए यमराज की पूजा करती हैं और उनके लंबी आयु और सुख-शांति की कामना करती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *