जैसलमेर। जिला कलक्टर प्रतापसिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण कर परिवादियों को राहत दें ताकि जिले के उच्च स्तरीय फोर्म के प्रति लोगों का विश्वास बढ़े। उन्होंने सतर्कता समिति में दर्ज कुल 16 प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा की एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा आवश्यक कार्यवाही करने के बाद 8 प्रकरण समिति स्तर से निस्तारित किये गये।
ये प्रकरण हुए निस्तारित
बैठक में परिवादी परिवादी कंचन कंवर आशा सहयोगिनी औढ़ाणिया को क्लेम फार्म का भुगतान मिलने पर समिति स्तर से यह प्रकरण निस्तारित कर दिया गया। इसी प्रकार श्रीमती पूजाकंवर उप सरपंच ग्राम पंचायत बांकलसर के विकास कार्यो की जांच के सम्बन्ध में मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि विकास कार्यो की जांच करवा दी है एवं रिपोर्ट सही पाई गयी इसलिये यह प्रकरण भी निस्तारित कर दिया गया। परिवादी फोटेखां निवासी हड्डा के मामले में भी नायब तहसीलदार उपनिवेशन मोहनगढ़-2 की रिपोर्ट पर मामला निस्तारित कर दिया गया।
इनको दिए निर्देश
जिला कलक्टर ने परिवादी गिरधरसिंह एवं दुर्जनसिंह निवासी ताड़ाना के मामले में मुख्य कार्यकारी अधिकारी को कहा कि वे इसकी जांच करवा कर आगामी बैठक से पूर्व प्रस्तुत करावें। इसके साथ ही परिवादी आम्बाराम निवासी खुईयाला के मामले में उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर को उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। परिवादी रेशमाराम निवासी सियाम्बर के मामले में उपनिवेशन तहसीलदार को निर्देश दिये कि वे विद्यालय के मुख्य द्वार पर किए गये अतिक्रमण को हटा कर तत्काल रिपोर्ट पेश करावें। इसी प्रकार परिवादी लखाराम काहला के सम रोड़ के पास सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के मामले में तहसीलदार जैसलमेर को निर्देश दिये कि वे इसकी जांच कर आवश्यक कार्यवाही करें। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मुन्नीराम बागड़िया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीता चौधरी, उप खण्ड अधिकारी जैसलमेर पवन कुमार के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।