मॉकड्रिल को लेकर कार्यवाहक जिला कलक्टर ने ली बैठक

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बूंदी। कार्यवाहक जिला कलक्टर सुदर्शन सिंह तोमर ने शुक्रवार को ऑपरेशन शील्‍ड के तहत 31 मई को आयोजित होने वाली मॉक ड्रिल और ब्‍लैक आऊट की तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल की रूपरेखा, विभिन्न विभागों की भूमिका और समन्वय पर विस्तृत चर्चा की। कार्यवाहक जिला कलक्टर ने मॉक ड्रिल को सफल बनाने और सभी संबंधित अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदा की स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा हेतु त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों से आपसी समन्वय बनाए रखने और मॉक ड्रिल के दौरान आने वाली चुनौतियों की पहचान कर उन्हें दूर करने के लिए सक्रिय रूप से काम करने के निर्देश दिए। बैठक में सिविल डिफेंस के अधिकारियों ने मॉक ड्रिल की विस्तृत कार्य योजना प्रस्तुत की जिसमें विभिन्न संभावित आपदा परिदृश्यों का अभ्यास शामिल होगा। कार्यवाहक जिला कलक्टर ने इस योजना की समीक्षा की और आवश्यक सुझाव दिए। बैठक में कार्यवाहक जिला कलक्‍टर ने निर्देश दिए कि भारत सरकार के निर्देशानुसार मॉक ड्रिल की गतिविधियां कराई जाए। आपदा की स्थिति में कैसे बचाव करें व इसको लेकर अधिक से अधिक गतिविधियां कराई जावें। एनसीसी,सिविल डिफेंस एवं शिक्षा विभाग के पास प्रशिक्षण लेने वालों का संपूर्ण डाटा उपलब्‍ध रहें। इसके अलावा मानसिक रूप से तैयार रहें और आपदा मित्र एवं फायर फाइटर आदि की सूची प्राप्‍त की जावें। उन्‍होंने होमगार्ड, आरएसी, एनसीसी, स्काउट, एनएसएस इत्यादि के माध्यम से विभिन्न दुर्घटनाओं व मानव क्षति की संभावनाओं के मद्देनजर आसूचना तंत्र को ग्राम स्तर तक सक्रिय कर समुचित सुरक्षा व चिकित्सा व्यवस्था बाबत् चर्चा की गई साथ ही, आरएसी, होमगार्ड, सिविल डिफेंस, पुलिस इत्यादि के पास विभिन्न सुरक्षा उपकरणों व कार्मिकों के दक्षता अनुसार डाटाबेस तैयार कर 24 घंटे में जिला मजिस्ट्रेट/पुलिस अधीक्षक व जिला कन्ट्रोल रूम को उपलब्ध कराने हेतु भी निर्देशित किया गया। उन्‍होंने अग्निशमन उपकरणों की विभिन्न कार्यालयों/संस्थानों यथा पेट्रोल पम्प, रेलवे विभाग, बैंक इत्यादि में उपलब्धता के साथ-साथ कार्यपालक मजिस्ट्रेट (उपखण्ड अधिकारी/तहसीलदार) के वाहनों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम (पीएएस/वायरलेस सिस्टम को सुचारू रखने हेतु भी चर्चा की गई। 31 मई को रात्रि में रहेगा स्‍वैच्छिक ब्‍लैक आउट उन्‍होंने बताया कि 31 मई को रात में स्‍वैच्छिक ब्‍लैक आउट रखा जाएगा। आमजन इसमें सहयोग करें और स्वेच्‍छा से अपने घरों, संस्‍थानों की लाइट को बंद रखें। उन्‍होंने निर्देश दिए कि इस दौरान एनएचएआई के टोल बूथों पर भी ब्‍लैक आउट की पालना करते हुए वाहनों को रोड साइड में सुरक्षित स्‍थल पर खड़ा करवाकर वाहनों की लाइटें बंद रखी जावे। उन्‍होंने निर्देश दिए कि किसी भी आकस्मिक दुर्घटना की दशा में बचाव दलों द्वारा त्वरित घटना स्थल पर पहुंचने व राहत/चिकित्सा के साथ-साथ परिवहन हेतु वाहनों की उपलब्धता जिला परिवहन अधिकारी के माध्यम से करवाई जावे। साथ ही स्थानीय नागरिकों को भी ब्लैक आउट उपायों हेतु *विशेष अलार्म* सुनाई देने पर स्वतः निवासों की विद्युत/प्रकाशीय उपकरणों को स्विच ऑफ करने के सम्बन्ध में स्थानीय निकायों/पंचायतीराज संस्थाओं के माध्यम से व्यवस्था व इस सम्बन्ध में मॉकड्रिल करने पर विशेष बल दिया गया ताकि सुरक्षा तंत्र सक्रिय हो सकें। उन्‍होंने निर्देश दिए कि ईओसी (इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर) के सक्रिय रहने व जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नम्‍बर 0747-2442305 का व्‍यापक प्रचार प्रसार करवाया जावे। बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्‍द्र कुमार मीणा, जिला परिषद के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा, अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक उर्मा शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी सामर, प्रमुख चिकित्‍साधिकारी डॉ. प्रभाकर विजय, जिला शिक्षा अधिकारी ओपी गोस्‍वामी, आयुक्त नगर परिषद धर्मेन्‍द्र मीणा आदि उपस्थित रहें।

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