ट्रम्प बोले- ‘टैरिफ’ मेरा फेवरेट अंग्रेजी शब्द, इससे 8 जंग रुकवाए

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वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को कहा कि टैरिफ अंग्रेजी का उनका फेवरेट शब्द है। ट्रम्प ने दावा किया कि इसकी मदद से उन्होंने अपने कार्यकाल के पहले 10 महीनों में दुनिया भर में 8 युद्धों को रोका। ट्रम्प ने अपने कार्यकाल के 11 महीने पूरे होने पर व्हाइट हाउस से राष्ट्र को संबोधित किया। ट्रम्प ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सत्ता छोड़ते समय उन्हें एक बड़ा संकट सौंपा था। ट्रम्प ने अमेरिका में महंगाई के मुद्दे को नजरअंदाज करते हुए जोर दिया कि कनाडा, मैक्सिको, ब्राजील और भारत सहित कई देशों पर लगाए गए टैरिफ से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को फायदा हुआ है।उन्होंने कहा कि टैरिफ की वजह से अमेरिका ने उम्मीद से ज्यादा पैसा कमाया है। वहीं, डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने ट्रम्प के भाषण की आलोचना की है। सांसद क्रिस वैन होलेन ने कहा कि आज रात ट्रम्प ने कितने झूठ बोले, इसका हिसाब रखना तो मुश्किल है। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रम्प पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज राष्ट्रपति के भाषण में सिर्फ एक शब्द सुनाई दिया, मैं मैं मैं मैं मैं मैं मैं मैं।

ट्रम्प बोले- दुनिया अमेरिका का सम्मान करती
ट्रम्प ने यह भी कहा कि अब दुनिया अमेरिका का मजाक नहीं उड़ाती, बल्कि उसका सम्मान करती है। ट्रम्प ने आगे कहा, “हमारा राष्ट्र मजबूत है। अमेरिका का सम्मान है, और हमारा देश पहले से कहीं अधिक मजबूत होकर उभरा है। हम एक ऐसे आर्थिक उछाल के लिए तैयार हैं जैसा दुनिया ने पहले कभी नहीं देखा।”

ट्रम्प बोले- खास नीतियों से महंगाई कम कर रहा
ट्रम्प ने अपने भाषण में महंगाई और जीवन यापन पर ज्यादा बात नहीं की। हालांकि उन्होंने कहा कि किराने का सामान, कारें और अन्य वस्तुओं की कीमतें नीचे आ रही हैं। अपनी खास नीतियों से बढ़ी महंगाई को वे ठीक कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने दावा किया कि ऊर्जा और भोजन की कीमतें अब नियंत्रण में आ रही हैं। हालांकि, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2025 में भोजन और ऊर्जा की कीमतें अभी भी बढ़ रही हैं। ट्रम्प की टैरिफ नीतियों को भी कीमतें बढ़ाने का एक कारण बताया जा रहा है, हालांकि वे इन्हें देश के लिए राजस्व का बड़ा स्रोत बताते हैं।

अमेरिकियों का सलाना खर्च ₹8 लाख तक बढ़ा
द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक खाद्य पदार्थों की कीमतें अप्रैल से सितंबर 2025 तक 2.7% बढ़ीं, जिसमें बीफ 7% और केले 7% महंगे हुए हैं। अमेरिकियों का कहना है कि उनकी मासिक लागत में एवरेज 9 हजार रुपए से 66 हजार रुपए तक बढ़ोतरी हुई है। कुल मिलाकर, टैरिफ ने अमेरिकी परिवार के सलाना खर्च को एवरेज 2 से 8 लाख रुपए तक बढ़ा दिया है।

ट्रम्प बोले- अवैध प्रवासी अमेरिकी नौकरियां छीन रहे
भाषण में ट्रम्प ने प्रवासियों पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासी अमेरिकी नौकरियां छीन रहे हैं। आवास संकट पैदा कर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा का मुफ्त फायदा उठा रहे हैं, जिसका बोझ अमेरिकी करदाताओं पर पड़ता है। राष्ट्रपति ने प्रवासियों को अपराध और आर्थिक समस्याओं का जिम्मेदार ठहराया। इसके अलावा, उन्होंने मिनेसोटा राज्य में सोमाली समुदाय पर आरोप लगाया कि उन्होंने राज्य की अर्थव्यवस्था पर कब्जा कर लिया है और अरबों डॉलर की हेराफेरी की है। हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक प्रवासी कृषि और निर्माण जैसे क्षेत्रों में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान देते हैं और वे जितना लेते हैं, उससे अधिक टैक्स के रूप में लौटाते हैं।

ट्रम्प ने 60 से ज्यादा बार जंग रुकवाने का दावा किया
ट्रम्प मई में हुए भारत-पाक संघर्ष को रुकवाने का दावा करते आए हैं। उन्होंने दावा किया था कि उनकी वजह से ही संघर्ष थमा है। अब तक वे अलग-अलग मंचों पर 60 से ज्यादा बार ये दावा कर चुके हैं। जबकि भारत लगातार कह रहा है कि सीजफायर में कोई तीसरा देश शामिल नहीं था और संघर्ष विराम भारत और पाकिस्तान की सीधी बातचीत के बाद हुआ।

ट्रम्प भारत पर 50% लगा चुके
अमेरिका ने रूस पर दबाव बनाने के लिए भारत पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। ट्रम्प कई बार यह दावा कर चुके हैं कि, भारत के तेल खरीद से मिलने वाले पैसे से रूस, यूक्रेन में जंग को बढ़ावा देता है। ट्रम्प प्रशासन रूस से तेल लेने पर भारत के खिलाफ की गई आर्थिक कार्रवाई को पैनल्टी या टैरिफ बताता रहा है। ट्रम्प भारत पर अब तक कुल 50 टैरिफ लगा चुके हैं। इसमें 25% रेसीप्रोकल यानी जैसे को तैसा टैरिफ और रूस से तेल खरीदने पर 25% पैनल्टी है। रेसीप्रोकल टैरिफ 7 अगस्त से और पेनल्टी 27 अगस्त से लागू हुआ।

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