टोंक। जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा एवं पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने गुरुवार को जिले में अवैध खनन, परिवहन और भंडारण की रोकथाम को लेकर बैठक ली। वीसी के जरिए सभी उपखंडों के राजस्व, खनिज, परिवहन, पुलिस एवं वन विभाग के अधिकारियों को अवैध खनन पर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके लिए 24ग्7 का नियंत्रण कक्ष स्थापित करें।
बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि एसआईटी सड़क मार्गों पर बनाएं गए नाकों की नियमित जांच करें और अवैध खनन गतिविधियों के स्त्रोत, स्थान एवं भंडारण को चिन्हित करें। अवैध खनन गतिविधियों वाले क्षेत्रों में मशीनरी एवं वाहनों को जब्त कर सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएं। उन्होंने एसडीओं को निर्देश दिए कि अवैध खनन में लिप्त लोगों पर धारा 177 में केस दर्ज कर ऐसे प्रकरणों को दो माह में डिस्पोज करें। साथ ही, मुख्य सड़क मार्गों के अतिरिक्त गांव के रास्ते एवं खेतों व कच्चें रास्तों पर भी अवैध खनन की आवाजाही को रोकने के लिए सूचना तंत्र को मजबूत करें। उन्होंने सहायक खनिज अभियंता सोहन लाल सुथार को डिग्गी एवं गुंसी में स्थापित किए गए नाकांे से गुजर रहे डंपर एवं ट्रैक्टर ट्रॉली के वाहनों की सख्ती से जांच करने के निर्देश दिए। डीटीओ संपतराम वर्मा को कहा कि बिना नंबर वाली ट्रैक्टर ट्रॉली, ओवरलोड एवं अवैध खनन कर रहे वाहनों को जप्त कर भारी पेनल्टी वसूले। जिला कलेक्टर ने वन विभाग के सहायक वन संरक्षक अनुराग महर्षि को वन क्षेत्र निवाई के बहड़ व नोहटा एवं उनियारा में बनेठा क्षेत्र में चौकसी बढ़ाने के लिए निर्देशित किया।
पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने कहा कि पुलिस विभाग, प्रशासन, वन, परिवहन एवं खनिज विभाग के साथ आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। जब सख्ती से कानून की पालना सुनिश्चित होगी तभी अवैध खनन पर लगाम लग सकेगी। उन्होंने कहा कि सभी उपखंडों के पुलिस उपाधीक्षक अवैध खनन के परिवहन मार्गों पर कड़ी निगरानी रखे। साथ ही, नाकों को बदलते रहे। अवैध खनन में शामिल लोगो, वाहनों के ड्राइवर एवं मालिक को चिन्हित किया जाएं।
बैठक में सभी उपखंडों के एसडीओ, पुलिस उपाधीक्षक, डीटीओ समेत विकास अधिकारी, वन विभाग के रेंजर मौजूद रहे।

अवैध खनन गतिविधियों पर प्रभावी कार्यवाही करें : डॉ. सौम्या झा
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