बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के खिलाफ छात्रों का गुस्सा बढ़ गया है। छात्र 13 दिसंबर को आयोजित परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, आयोग ने इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया है। रविवार को राज्य की राजधानी पटना में पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर पानी की बौछार की और हल्का बल प्रयोग किया, जिससे उनका गुस्सा और भड़क गया। जवाब में, छात्रों ने सोमवार को बिहार में राज्यव्यापी बंद (बंद) और सड़क नाकाबंदी की घोषणा की है, राजनीतिक दलों ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
साथ ही प्रशांत किशोर, उनकी पार्टी के अध्यक्ष समेत 600-700 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने शाम को मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि गांधी मैदान से जेपी गोलंबर की ओर मार्च करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर अवरोधक लांघने की भी कोशिश की। किशोर रविवार को अपराह्न प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और करीब एक घंटे बाद वहां से चले गए। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वह ‘‘निजी दौरे पर दिल्ली तो चले गए हैं, लेकिन उनके पास अपने राज्य के युवाओं के लिए समय नहीं है।’’

बीपीएससी को लेकर छात्रों में उबाल, लाठीचार्ज के खिलाफ बिहार बंद का ऐलान
ram