कोटा। राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान में शनिवार को सकारात्मक दृष्टिकोण और तनाव प्रबंधन विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम छात्रों और फैकल्टी के लिए आयोजित किया गया, जिसमें सहायक जनसंपर्क अधिकारी आकांक्षा शर्मा ने प्रेरणादायक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने सकारात्मक दृष्टिकोण के महत्व और उसके जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों की चर्चा करते हुए बताया कि सकारात्मक सोच न केवल मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, बल्कि यह व्यक्ति को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी सही निर्णय लेने में मदद करती है।
प्रेरणादायक उदाहरण और व्यवहारिक अनुभव
कार्यक्रम के दौरान आकांक्षा शर्मा ने विभिन्न उदाहरणों और अपने निजी जीवन के व्यवहारिक अनुभवों को साझा करते हुए सकारात्मक दृष्टिकोण के प्रभाव को समझाया। उन्होंने प्रतिभागियों को जीवन में सकारात्मकता की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया। इन उदाहरणों ने छात्रों और फैकल्टी सदस्यों को व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित किया।
तनाव प्रबंधन और तकनीकी जानकारी
सत्र में आइजन हॉवर मैट्रिक्स के जरिए तनाव प्रबंधन की व्यावहारिक तकनीकों की जानकारी दी गई। साथ ही भविष्य की योजना बनाने, प्राथमिकताओं को तय करने और कार्यों को व्यवस्थित करने के तरीकों पर भी प्रकाश डाला गया। आकांक्षा शर्मा ने छात्रों को जीवन में आने वाली समस्याओं को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ हल करने और तनाव को कम करने के लिए आत्ममूल्यांकन और समय प्रबंधन पर जोर दिया।
विभाग अध्यक्ष नरेंद्र जैन ने बताया कार्यक्रम में लगभग 40 छात्रों और फैकल्टी सदस्यों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि इस व्याख्यान का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को तनाव प्रबंधन की प्रभावी तकनीकें सिखाने के साथ-साथ सकारात्मक सोच को जीवन में आत्मसात करने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम का आयोजन डॉ. रक्षा रानी सनाढ्य और डॉ. कविता शर्मा के संयोजन में हुआ। व्याख्यान के दौरान प्रमुख रूप से नरेंद्र जैन, आरती भार्गव, राजेश दादीच, डॉ. अनिल कुमार खत्री, आरएस बैरवा,अंकिता गौतम और शैलेन्द्र सिंह उपस्थित रहे।

सकारात्मक दृष्टिकोण और तनाव प्रबंधन पर विशेष व्याख्यान आयोजित
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