बालोतरा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वांकाराम चौधरी ने बताया कि टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत प्रदेश में राज्य क्षय अनुभाग, राजस्थान की ओर से सम्पूर्ण राज्य में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत की दिशा में विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। प्रदेश में 24 मार्च, 2025 तक संचालित होने वाले इस अभियान का उद्देश्य टीबी (क्षय रोग) उन्मूलन को गति देना, समुदाय में टीबी की समय पर पहचान, उपचार एवं रोकथाम को सुदृढ़ करना है। जिले में इस अभियान के सफल संचालन हेतु बैठक आयोजित कर जिला क्षय रोग अधिकारी एवं उनकी टीम, जिला आईईसी समन्वयक सहित अन्य ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को अभियान सफल बनाने के संबंध में निर्देशित किया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी विजय सिंह ने बताया कि अभियान के तहत प्रमुख इंडिकेटर्स संदिग्ध टीबी मामलों की जांच (प्रति 1000 जनसंख्या पर 30 से अधिक), टीबी नोटिफिकेशन दर (प्रति 1000 जनसंख्या पर 1 से कम), उपचार सफलता दर (85% लक्ष्य), ड्रग ससेप्टिबिलिटी टेस्ट (60% मरीजों के लिए), निक्षय पोषण योजना का लाभ (100% लक्ष्य), निक्षय मित्र द्वारा पोषण किट वितरण (100% लक्ष्य) निर्धारित किए गए हैं।
सीएमएचओ डॉ. वांकाराम चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि इस अभियान के माध्यम से टीबी मुक्त राजस्थान की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं और प्रत्येक ग्राम पंचायत को इस अभियान से जोड़ा जाए। अभियान की सफलता के लिए सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा दिया जाएगा तथा सभी हितधारकों को सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह एक व्यापक और विस्तृत कार्य योजना है, जो टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के सफल कार्यान्वयन के लिए बनाई गई है। इसमें जिला, ब्लॉक, ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न हितधारकों की भूमिका, आईईसी गतिविधियाँ, संभावित टीबी रोगियों की पहचान, उपचार दर, निक्षय पोषण योजना, निक्षय मित्र पहल, तंबाकू नियंत्रण, स्कूल प्रतियोगिताएँ, मीडिया अभियान, सामुदायिक जागरूकता, और समापन समारोह जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियाँ शामिल की गई हैं।


