सिक्किम प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत “किशनगढ़-रेनवाल रत्न” से अलंकरण से सम्मानित

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जयपुर । सिक्किम प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत को “किशनगढ़-रेनवाल रत्न” से अलंकरण से सम्मानित किया गया! प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत को यह सम्मान जयपुर के शास्त्री नगर मे अखिल भारतीय खंडेलवाल वेश्य महासभा भवन के एआरजी सभागार मे अखिल भारतीय किशनगढ़-रेनवाल प्रवासी मंडल, जयपुर की और से आयोजित महाअधिवेशन के एक भव्य समारोह मे दिया गया ।समारोह मे प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत को “किशनगढ़-रेनवाल रत्न” मंडल के अध्यक्ष विश्वनाथ मारू, कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सोनी, महासचिव ज्योति प्रकाश भातरा, वरीष्ठ उपाध्यक्ष पदम चंद बिलाला,कोषाध्यक्ष सीताराम जाखोटीया, मंडल के संरक्षक एवं अखिल भारतीय खंडेलवाल महासभा की पत्रिका के मुख्य संपादक राम निरंजन खूंटेटा सहित मंडल के अन्य पदाधिकारियों ने दिया । इस अवसर पर मंडल के पदाधिकारियों ने सिक्किम प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत को माला पहनाकर, दुपट्टा एवं शाल ओढ़ाकर “किशनगढ़-रेनवाल रत्न” प्रदान किया! इस अवसर पर मंडल की डायरेक्टरी का विमोचन अतिथियों ने किया! कार्यक्रम मे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गए ।

अखिल भारतीय किशनगढ़-रेनवाल प्रवासी मंडल, जयपुर “किशनगढ़-रेनवाल रत्न” जयपुर जिले की जयपुर एवं जयपुर से बहार भारत के विभिन्न प्रदेशों एवं विश्व के विभिन्न देशों मे विभिन्न क्षेत्रों मे उत्क्रष्ट् सेवाएं देनें वाली विभूतियों को प्रदान करता है! प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत को “किशनगढ़-रेनवाल रत्न” शिक्षा, शोध, पत्रकारिता, जनसंपर्क सहित अन्य क्षेत्रों मे उत्क्रष्ट् सेवाएं देकर अपने क्षेत्र, जिले, प्रदेश एवं देश के विकास मे योगदान देने के लिए दिया गया है! जयपुर जिले की चोमू तहसील की अशोक विहार कॉलोनी के निवासी प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत वर्तमान मे सिक्किम प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, गैंगटोक, सिक्किम मे कुलसचिव के पद पर काम कर रहे है ।

प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत ने “किशनगढ़-रेनवाल रत्न” सम्मान प्राप्त करने के बाद अपनी माता जी कृष्णा रावत से एवं बड़े भाई दामोदर प्रसाद रावत से आशीर्वाद लिया! इसके साथ ही प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत ने यह सम्मान अपने दादाजी स्वर्गीय श्री भगवान सहाय रावत, पिताजी स्वर्गीय श्री श्रवण कुमार रावत रावत को समर्पित किया है! प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत ने बताया कि उनके दादाजी एवं पिताजी के दिये गए संस्कारों के कारण ही आज उन्हें यह सम्मान मिला है एवं इसके पहले भी प्रदेश एवं रास्ट्रीय स्तर पर अनेक पुरस्कार अपने दादाजी एवं पिताजी के दिये गए संस्कारों के कारण ही प्राप्त कर चुके है!

वर्ल्ड रिकॉर्डर (एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स), ग्लोबल जर्नलिस्ट, सोशल साइंटिस्ट, प्रो. (डॉ.) रमेश कुमार रावत ने पीएचडी, एमसीजे, एलएलबी, डीएलएल, बीजेएमसी, बी.एससी., पीजीडीसीए, डीसीए, डीटीपी, सीएसी, सीवीसी की शिक्षा हासिल की है! प्रोफेसर रावत को अध्यापन मे 20 वर्ष (सहायक प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, प्रोफेसर, पत्रकारिता और जनसंचार में प्रोफेसर और कंप्यूटर प्रशिक्षक) इंडस्ट्री मे 10 वर्ष (ग्रुप मीडिया सलाहकार, रिपोर्टर, उप संपादक, टीम लीडर, बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर, रिलेशन शिप मैनेजर, मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव, फील्ड सुपरवाइजर, सेल्स ऑफिसर), जनसंपर्क अधिकारी – 12 वर्ष, प्रवेश अनुभव – 12 वर्ष, विभागाध्यक्ष (एचओडी) – 9 वर्ष का कार्य अनुभव है! प्रोफेसर रावत अकादमिक कार्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय यात्रा भूटान एवं नेपाल की कर चुके है ।

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