महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि अगर भाजपा और शिवसेना ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया होता तो वे पूरी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को अपने साथ ले आते। उन्होंने कहा कि राजनीति में वे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दोनों से वरिष्ठ हैं। पवार मौजूदा मुख्यमंत्री ‘योद्धा कर्मयोगी- एकनाथ संभाजी शिंदे’ की जीवनी के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में शिंदे और फडणवीस भी मौजूद थे।
“सब आगे बढ़ गए, मैं पीछे रह गया”
जुलाई 2023 में अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी और एनसीपी से अलग होकर भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए। अजित पवार ने कहा, “सब आगे बढ़ गए और मैं पीछे रह गया।” उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस 1999 में और शिंदे 2004 में पहली बार विधायक बने थे, जबकि वे पहली बार 1990 में विधानसभा के सदस्य बने थे। पवार ने चुटकी लेते हुए कहा, “मैंने कुछ लोगों से मजाक में कहा था कि जब आपने (साफ तौर पर भाजपा की ओर इशारा करते हुए) एकनाथ शिंदे से कहा था कि वे इतने विधायकों के साथ आएं और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा… तो आपको मुझसे पूछना चाहिए था। मैं पूरी पार्टी साथ लेकर आता।” इस पर फडणवीस, शिंदे और खुद अजित पवार भी हंसने लगते हैं। इसके बाद पवार ने बनावटी गंभीरता के साथ कहा, “दोस्तों, यह मजाक है, रहने दो। जीवन में जो कुछ भी होता है, वह भाग्य में लिखा होता है। हमें अपना काम करते रहना चाहिए।”