मूर्ति ढहने के करीब 10 दिन बाद भी मूर्तिकार जयदीप आप्टे का नहीं चल पाया पता, विपक्ष ने जवाब मांगा

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सिंधुदुर्ग के मालवन में राजकोट किले में 35 फीट ऊंची छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार जयदीप आप्टे की तलाश जारी है। पिछले साल दिसंबर में भारतीय नौसेना दिवस समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन की गई यह मूर्ति 26 अगस्त को ढह गई थी, जिसके बाद राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया था और सत्तारूढ़ महायुति सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।

जयदीप आप्टे कौन हैं?
कल्याण के 24 वर्षीय मूर्तिकार जयदीप आप्टे लापता हैं और उनका पता नहीं चल पाया है। आप्टे कल्याण में एक आर्ट कंपनी के मालिक हैं और उन्हें इतनी बड़ी मूर्तियाँ बनाने का कोई अनुभव नहीं है, लेकिन उन्होंने शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाई थी। जयदीप आप्टे ने खुलासा किया था कि शिवाजी की मूर्ति से पहले उन्होंने जो सबसे बड़ी मूर्ति बनाई थी, वह करीब 2 फीट ऊंची थी। सवाल उठ रहे हैं कि इतनी बड़ी संरचना बनाने में अनुभव की कमी के बावजूद आप्टे को इतना बड़ा ठेका कैसे दे दिया गया।

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
विपक्षी नेताओं ने महायुति सरकार पर आप्टे को बचाने का आरोप लगाया है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के मुखपत्र सामना ने ट्वीट किया, “मुख्यमंत्री शिंदे ने शिवाजी की मूर्ति बनाने का काम कल्याण के जयदीप आप्टे को दिया था, जो उनके बेटे कांत शिंदे के परिचित हैं। आप्टे महज 24 साल के युवा हैं। उन्हें इतनी बड़ी मूर्तियां बनाने का कोई अनुभव नहीं था। इसके बाद भी, यह सवाल उठ रहा है कि उन्हें यह काम सौंपा गया।” संजय राउत ने संदेह जताया कि आप्टे मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा में छिपे हो सकते हैं। उन्होंने कहा, “लोगों के मन में संदेह है कि जयदीप आप्टे मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा में छिपे हैं या नहीं।” महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र की डीजीपी रश्मि शुक्ला के इस्तीफे की मांग की।

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