सवाई माधोपुर। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर के तत्वाधान में जिला मुख्यालय सहित तालुका गंगापुर सिटी, बौंली, खण्डार एवं बामनवास में स्थित न्यायालयों एवं न्यायालय चौथ का बरवाड़ा में शनिवार को इस वर्ष की तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 10 बैंचों के माध्यम से न्यायालयों में लंबित राजीनामा योग्य प्रकरणों एवं प्री-लिटीगेशन स्तर के राजीनामा योग्य प्रकरणों का निस्तारण किया गया। राजीनामा योग्य आपराधिक विवाद, सम्पति, भूमि संबंधित विवाद, टेलिकॉम सम्बधित मामले, जलदाय विभाग एवं विद्युत विभाग द्वारा बिलों के भुगतान से संबंधित मामलों तथा बैंकों द्वारा रिकवरी के मामलों एवं अन्य राजीनामा योग्य प्रकरणों का आपसी सहमति से निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में पति-पत्नि के मध्य विवाद का हुआ निस्तारण :- जिला मुख्यालय सवाई माधोपुर पर गठित बैंच संख्या 02 की अध्यक्षता कर रहे असीम कुलश्रेष्ठ, विशिष्ट न्यायाधीश एससी/एसटी न्यायालय एवं पैनल अधिवक्ता राजेन्द्र यादव के प्रयासों से पारिवारिक न्यायालय में दाम्पत्य संबंधों की पुर्नस्थापना से संबंधित लंबित प्रकरण बृजेश बनाम लक्ष्मी का आपसी राजीनामे से निस्तारण किया गया। उभय पक्षकारों ने बताया कि उनके मध्य जुलाईह 2023 से मनमुटाव चल रहा था। इस संबंध में जून 2025 में पारिवारिक न्यायलय में प्रकरण दायर किया गया। प्रकरण दायर होने के पश्चात न्यायालय द्वारा पति-पत्नि के मध्य समझाईश हेतु प्रयास किये गये। काफी समझाईश के पश्चात दोनों पति-पत्नि लोक अदालत की भावना से फिर से एक होने के लिए राजी हुए। दोनों पति-पत्नि ने एक-दूसरे को माला पहनाकर फिर से एक-दूसरे के साथ रहना स्वीकार किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर की सचिव समीक्षा गौतम ने उनके इस फैसले की तारीफ करते हुए बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत सौहार्दपूर्ण तरीके से त्वरित न्याय प्राप्त करने का एक बेहतरीन मंच है, राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रकरणों का निस्तारण हो जाने से उभय पक्षकारों के मध्य आपसी सौहार्द कायम होता है, साथ ही न्यायालयों में लंबित प्रकरणों में भी कमी होती है।

सवाई माधोपुर: राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन, मनमुटाव समाप्त कर फिर से एक हुए दम्पति
ram