सवाई माधोपुर : आपदा प्रबंधन एवं कृषि मंत्री मीणा और गृहमंत्री बैडम ने किया सवाई माधोपुर के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा

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– “सरकार हर परिस्थिति में जनता के साथ, नुकसान की पूरी भरपाई की जाएगी” – मंत्रियों का आश्वासन
सवाई माधोपुर। लगातार दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने जिले के हालात बिगाड़ दिए हैं। कई निचले इलाके पानी में डूब गए हैं, गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और स्थानीय लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस बीच हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश के आपदा प्रबंधन एवं कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और गृहमंत्री जवाहर सिंह बैडम शनिवार को हेलीकॉप्टर से सवाई माधोपुर पहुंचे। चकचेनपुरा हवाई पट्टी पर उतरते ही दोनों मंत्रियों ने जिला कलेक्टर कानाराम और प्रशासनिक अधिकारियों से हालात की जानकारी ली। मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव भी मौजूद थे। इसके बाद मंत्रियों ने खुद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया और आमजन से संवाद किया।
सुरवाल बांध बना संकट की जड़- सवाई माधोपुर में पिछले 48 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते सुरवाल बांध लगातार ओवरफ्लो हो रहा है। बांध से तेज बहाव के साथ निकल रहा पानी आसपास के गांवों में फैल गया है। कई निचले इलाकों के खेत और घर पानी में डूब गए हैं। मंत्रियों को जानकारी दी गई कि यदि बारिश का सिलसिला इसी तरह जारी रहा तो बांध से निकलने वाले पानी का दबाव और बढ़ सकता है। ऐसे में निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए खतरा और गहरा जाएगा।
हाइवे पर छोड़ी कार, ट्रैक्टर से किया दौरा- चकचेनपुरा से निकलने के बाद मंत्री मीणा और गृहमंत्री बैडम सुरवाल की ओर रवाना हुए। जैसे ही वे लालसोट-कोटा मेगा हाइवे पर पहुंचे, उन्हें बांध के ओवरफ्लो से निकले पानी का तेज बहाव देखने को मिला। पानी का दबाव इतना अधिक था कि दोनों मंत्रियों ने अपनी कार हाईवे पर ही छोड़ दी और पास खड़े एक ट्रैक्टर में सवार हो गए। हैरत की बात यह रही कि खुद गृहमंत्री जवाहर सिंह बैडम ने ट्रैक्टर की स्टीयरिंग थाम ली और बाढ़ प्रभावित इलाकों की ओर वाहन मोड़ दिया। उनके साथ कृषि मंत्री डॉ. मीणा भी ट्रैक्टर पर बैठे। दोनों मंत्रियों ने ट्रैक्टर से बाढ़ग्रस्त गांवों का दौरा किया और हालात का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया।
बाढ़ प्रभावित गांवों में दौरा- ट्रैक्टर पर सवार होकर दोनों मंत्री बाढ़ग्रस्त गांवों तक पहुंचे। यहां उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात की। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने उनका जीवन कठिन बना दिया है। कई घर पानी में डूब चुके हैं, लोग अपना सामान सुरक्षित स्थानों पर ले जाने को मजबूर हैं। खेतों में लगी फसलें नष्ट हो गई हैं। पशुधन के लिए चारे और सुरक्षित स्थान की समस्या खड़ी हो गई है।
“सरकार हर परिस्थिति में जनता के साथ” – मंत्री
चकचेनपुरा हवाई पट्टी पर मीडिया से बातचीत में कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और गृहमंत्री जवाहर सिंह बैडम ने कहा: “राज्य सरकार हर विकट परिस्थिति में जनता के साथ खड़ी है। लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। छोटे से लेकर बड़े नुकसान तक की भरपाई सरकार करेगी। किसानों को हुई फसल क्षति का उचित मुआवजा दिया जाएगा। जिनके घर और संपत्ति को नुकसान हुआ है, उन्हें भी सहायता राशि प्रदान की जाएगी।” दोनों मंत्रियों ने भरोसा दिलाया कि प्रशासन दिन-रात निगरानी रख रहा है। राहत और बचाव कार्यों में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रशासन की तैयारी- जिला कलेक्टर कानाराम ने मंत्रियों को जानकारी दी कि प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है।
• आपदा प्रबंधन दल को प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है।
• नगर निकाय और पीएचईडी की टीमें लगातार जल निकासी और सफाई का काम कर रही हैं।
• स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा गया है ताकि जलजनित बीमारियों की रोकथाम हो सके।
• निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की प्रक्रिया जारी है।
स्थानीय लोगों की परेशानी- बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों ने बताया कि उनका जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
• कई परिवारों के घरों में पानी भर गया है।
• घरेलू सामान और अनाज खराब हो गया है।
• खेतों में लगी बाजरा, ग्वार और मूंग की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है।
• पशुओं के चारे की व्यवस्था करना मुश्किल हो गया है।
• बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक परेशानी में हैं।
ग्रामीणों ने मांग की कि उन्हें तुरंत राहत सामग्री, खाद्य पैकेट और अस्थायी आश्रय उपलब्ध कराया जाए।
मंत्रियों का भावुक क्षण- जब दोनों मंत्री बाढ़ग्रस्त गांवों में पहुंचे तो कई बुजुर्ग महिलाओं ने उन्हें अपनी व्यथा सुनाई।
• एक महिला ने कहा कि उसका घर पूरी तरह से पानी में डूब गया है और रहने की कोई जगह नहीं बची।
• कुछ किसानों ने बताया कि उन्होंने पूरी मेहनत से फसल बोई थी, लेकिन दो दिन की बारिश ने सब चौपट कर दिया।
इन शिकायतों को सुनकर कृषि मंत्री मीणा भावुक हो उठे और उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि नुकसान की पूरी भरपाई की जाएगी।
विशेषज्ञों की राय- जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों ने बताया कि सुरवाल बांध की क्षमता सीमित है। लगातार हो रही बारिश के कारण पानी का स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। बांध से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, लेकिन यदि बारिश का दबाव बढ़ा तो और गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।
मीडिया से मुखातिब- मीडिया से बातचीत में गृहमंत्री बैडम ने कहा: “हमारा उद्देश्य सिर्फ हालात का जायजा लेना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि हर प्रभावित परिवार तक राहत और सहायता पहुंच सके। सरकार हर तरह से लोगों की मदद करेगी। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि तत्काल प्रभाव से सहायता सामग्री वितरित की जाए।”
राजनीतिक संदेश भी- दोनों मंत्रियों का यह दौरा केवल निरीक्षण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने सरकार की प्रतिबद्धता का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल इस आपदा की घड़ी में राजनीति न करें और जनता की मदद के लिए एकजुट होकर काम करें।
किसानों पर गहरा असर- कृषि मंत्री होने के नाते डॉ. मीणा ने विशेष रूप से किसानों की चिंता जताई। उन्होंने कहा कि खेतों में लगी फसलें खराब हो गई हैं, जिसका सीधा असर किसानों की आजीविका पर पड़ेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि फसल क्षति का सर्वे तुरंत कराया जाएगा और मुआवजा देने की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
राहत शिविरों की स्थापना- प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में अस्थायी राहत शिविर स्थापित करने शुरू कर दिए हैं। यहां प्रभावित परिवारों को भोजन, पानी और दवाइयों की सुविधा दी जाएगी।
जनता से अपील- मंत्रियों ने नागरिकों से अपील की कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। जलभराव वाले इलाकों में अनावश्यक रूप से न जाएं और बच्चों को भी सुरक्षित रखें।
निष्कर्ष- सवाई माधोपुर में आई यह प्राकृतिक आपदा एक बड़ी चुनौती लेकर आई है। हालांकि सरकार और प्रशासन दोनों ही सक्रिय हैं और हालात को संभालने में जुटे हैं। आपदा प्रबंधन एवं कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और गृहमंत्री जवाहर सिंह बैडम का बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा इस बात का प्रतीक है कि राज्य सरकार हालात की गंभीरता को समझ रही है और जनता को अकेला नहीं छोड़ेगी। ग्रामीणों को अब सरकार के उन वादों से उम्मीद है कि उनका नुकसान जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा और उन्हें राहत की सांस मिलेगी।

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