संभल विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान आया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसी की आस्था को जबरन छीनना और उसकी मान्यताओं को कुचलना अस्वीकार्य है – खासकर तब जब हम संभल के बारे में सच्चाई जानते हैं। योगी ने दावा किया कि संभल का उल्लेख 5,000 साल पुराने ग्रंथों में मिलता है, जो इस्लाम से भी पहले का है। संभल में हरि विष्णु का मंदिर 1526 में नष्ट कर दिया गया था। उन्होंने हुंकार भरते हुए कहा कि भगवा मेरी पहचान है, सनातन धर्म की पहचान है और मुझे इस पर गर्व है। एक दिन पूरी दुनिया इसे अपनाएगी। लखनऊ में पांचजन्य और ऑर्गनाइजर द्वारा आयोजित ‘मंथन-महाकुंभ और उससे आगे’ कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने पूजा स्थलों का सम्मान करने और धार्मिक स्थलों के संरक्षण के महत्व पर बल दिया। लोगों को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने इस बात पर जोर दिया कि किसी के लिए भी पूजा स्थल पर जबरन कब्जा करना अस्वीकार्य है। उन्होंने संभल का जिक्र करते हुए कहा, “संभल सत्य है। मैं सभी संप्रदायों और धर्मों का सम्मान करता हूं, लेकिन अगर कोई जबरन किसी स्थान पर कब्जा करता है और किसी की आस्था को नष्ट करता है तो यह स्वीकार्य नहीं है। संभल में 68 तीर्थ स्थल थे, और हमने अभी तक केवल 18 की पहचान की है। 56 साल में पहली बार वहां एक शिव मंदिर में जलाभिषेक किया गया।”

‘संभल सत्य है, किसी के पूजा स्थल पर जबरन कब्जा करना अस्वीकार्य : योगी आदित्यनाथ
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